आजमगढ़ के सिधारी क्षेत्र में एक ऑटो चालक ने बैंक लोन चुकाने के दबाव में डायल 112 पर 4.82 लाख रुपये की लूट की झूठी सूचना दी। पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई कर आरोपी को हिरासत में ले लिया।
जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट
आजमगढ़ के सिधारी थाना क्षेत्र से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक ऑटो चालक ने अपने ऊपर चढ़े बैंक लोन से बचने के लिए पुलिस को लूट की फर्जी सूचना देकर गुमराह करने की कोशिश की। हालांकि, पुलिस की सतर्कता और तेजी से की गई जांच ने आरोपी की साजिश को बेनकाब कर दिया।
मंगलवार दोपहर करीब 1:30 बजे डायल 112 पर एक सूचना मिली कि मतौलीपुर बाईपास के पास दो मोटरसाइकिलों पर सवार पांच अज्ञात युवकों ने एक व्यक्ति से 4.82 लाख रुपये से भरा बैग लूट लिया और फरार हो गए। सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गई और तत्काल मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की।
CCTV फुटेज से खुला झूठ का पर्दाफाश
पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे CCTV कैमरों की बारीकी से जांच की, लेकिन वहां किसी भी प्रकार की लूट की घटना नहीं पाई गई। फुटेज में स्पष्ट था कि ऑटो के आसपास न तो कोई संदिग्ध गतिविधि हुई और न ही दो मोटरसाइकिलें वहां से गुज़रीं।
पूछताछ में आरोपी ने किया कबूलनामा
जब पुलिस ने संदेह के आधार पर सूचना देने वाले व्यक्ति सूर्य प्रकाश पुत्र हरिश्चंद, निवासी गोपालपुर सरदहा, थाना महाराजगंज से सख्ती से पूछताछ की, तो उसने सच उगल दिया। आरोपी ने स्वीकार किया कि उस पर बैंक का भारी कर्ज था और वह उसे चुकाने में असमर्थ था। इसी मानसिक दबाव में आकर उसने लूट की यह झूठी कहानी गढ़ी ताकि वह अपने रिश्तेदारों से सहानुभूति और आर्थिक मदद पा सके।
पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई, दी कड़ी चेतावनी
अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) शैलेंद्र लाल ने जानकारी देते हुए बताया कि सूर्य प्रकाश को झूठी सूचना देने और पुलिस को गुमराह करने के आरोप में हिरासत में ले लिया गया है। साथ ही, मामले की गहराई से जांच की जा रही है।
उन्होंने आम जनता से अपील की कि ऐसी भ्रामक सूचनाएं देने से बचें, क्योंकि इससे न केवल पुलिस बल के संसाधनों का दुरुपयोग होता है, बल्कि कानून व्यवस्था भी प्रभावित होती है। पुलिस ऐसे मामलों में कड़ी कानूनी कार्रवाई करेगी।
यह घटना इस बात का प्रमाण है कि आजमगढ़ पुलिस अपराध की सच्चाई उजागर करने में कितनी तत्पर और सतर्क है। साथ ही, यह भी स्पष्ट होता है कि झूठी सूचनाएं देना न केवल गैरकानूनी है बल्कि समाज में अव्यवस्था फैलाने का जरिया भी बनता है।