फतेहपुर के अशोक नगर में मानसिक रूप से असंतुलित एक आईआईटियन युवक द्वारा घर में घुसी गाय को काटने की घटना ने इलाके में तनाव फैला दिया। पुलिस ने युवक को हिरासत में लिया और अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाया गया।
ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
फतेहपुर। बुधवार सुबह फतेहपुर के अशोक नगर मोहल्ले में एक सनसनीखेज घटना सामने आई, जब एक पूर्व फौजी के आईआईटियन बेटे रोहन निषाद ने घर में घुसी एक गाय को धारदार हथियार से काट डाला। इस घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया और हिंदू संगठनों ने विरोध दर्ज कराया।
दरअसल, सुबह करीब साढ़े आठ बजे राधानगर थाने के अंतर्गत आने वाले अशोक नगर में उस वक्त हड़कंप मच गया जब मोहल्ले के लोगों ने देखा कि रोहन नामक युवक बांका लहराते हुए कह रहा था, “जो भी पास आएगा, उसे भी काट डालूंगा।” लोगों ने तत्परता दिखाते हुए डायल 112 पर सूचना दी। तुरंत मौके पर पुलिस पहुंच गई।
मानसिक स्थिति को लेकर पिता का दावा
घटना के बाद रोहन के पिता, पूर्व फौजी मोहन निषाद ने बताया कि उनका बेटा कभी मद्रास आईआईटी से पढ़ाई कर 18 लाख रुपये के पैकेज पर विदेश नौकरी पर गया था, लेकिन एक साल पहले ही वह नौकरी छोड़कर वापस लौट आया। उन्होंने यह भी कहा कि रोहन मानसिक रूप से अस्वस्थ है और उसका इलाज चल रहा है। पिता के अनुसार, सुबह एक गाय खाने की तलाश में उनके घर में घुस गई थी, जिस पर रोहन ने हमला कर दिया।
मौके पर बढ़ा तनाव, पहुंची बजरंग दल और विहिप
घटना की सूचना जैसे ही क्षेत्र में फैली, बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए और विरोध जताने लगे। स्थिति को बिगड़ता देख प्रशासन ने तुरंत हस्तक्षेप किया। एसडीएम अर्चना अग्निहोत्री और सीओ सिटी दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया।
अवैध निर्माण पर चला बुलडोजर
इस दौरान स्थानीय लोगों ने आरोपित के परिवार पर अवैध कब्जे का भी आरोप लगाया। उनका कहना था कि परिवार ने नाले पर अवैध निर्माण कर रखा है। जनता के आक्रोश को देखते हुए प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बुलडोजर मंगवाया और अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया।
जांच और कार्रवाई जारी
फिलहाल, पुलिस ने युवक को हिरासत में ले लिया है और उसकी मानसिक स्थिति की पुष्टि के लिए मेडिकल रिपोर्ट मंगाई गई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
एसडीएम सदर अर्चना अग्निहोत्री ने बताया कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और इलाके में शांति व्यवस्था बनी हुई है।
यह घटना न केवल कानून व्यवस्था के लिए एक चुनौती बनकर सामने आई, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के प्रति हमारी सामाजिक जागरूकता पर भी प्रश्नचिह्न खड़ा करती है। अब देखना होगा कि जांच के बाद इस मामले में क्या दिशा तय होती है।