
फतेहपुर के अखरी गांव में चुनावी रंजिश के चलते एक ही परिवार के तीन सदस्यों की बेरहमी से हत्या कर दी गई। ग्रामीणों में आक्रोश, प्रशासन पर लापरवाही के गंभीर आरोप। जानें पूरी घटना।
फतेहपुर तिहरे हत्याकांड: चुनावी रंजिश में उजड़ा पूरा परिवार, ग्रामीणों में आक्रोश
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के हथगाम थाना क्षेत्र के अंतर्गत अखरी गांव में मंगलवार सुबह हुए तिहरे हत्याकांड ने पूरे क्षेत्र को दहला कर रख दिया। गांव की महिला प्रधान रामदुलारी के दो बेटे—विनोद सिंह उर्फ पप्पू (भारतीय किसान यूनियन के जिला उपाध्यक्ष), अनूप सिंह उर्फ पिंकू और पौत्र अभय सिंह की दिनदहाड़े गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी गई।
हत्या की वजह: चुनावी रंजिश बनी जानलेवा
बताया जा रहा है कि हत्या का मास्टरमाइंड गांव के पूर्व प्रधान सुरेश सिंह उर्फ मुन्नू है, जिसने अपने बेटों और साथियों संग मिलकर इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया। सबसे पहले किसान नेता पप्पू सिंह को चार गोलियां मारी गईं। इसके बाद खेत में भागते अनूप सिंह और पुलिया के नीचे छिपे अभय को घेरकर मार डाला गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, करीब 15 राउंड फायरिंग की गई।
सुबह-सुबह गोलियों की तड़तड़ाहट से कांपा गांव
घटना सुबह करीब 7:30 बजे रमेश सिंह की दूध डेयरी के सामने हुई। डेयरी में मौजूद किसान और खेतों में गेहूं की कटाई कर रहे लोग जान बचाकर भागे। गोलियों की आवाज से पूरा क्षेत्र थर्रा उठा।
पुलिस की लेटलतीफी पर सवाल
घटना के तुरंत बाद हथगाम थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे। इसके बाद सीओ, एएसपी, आईजी और एडीजी समेत कई पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। बावजूद इसके, ग्रामीणों और मृतकों के परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही और संरक्षण देने के गंभीर आरोप लगाए हैं।
पहले से चल रही थी धमकियों की सिलसिला
परिवार का कहना है कि पूर्व प्रधान और उनके बेटे लगातार जान से मारने की धमकियां देते थे। रक्षाबंधन के दिन गंगा स्नान से लौटते समय पप्पू सिंह और अभय को पीटा गया था। वीडियो वायरल हुआ, लेकिन पुलिस ने केवल शांतिभंग का चालान किया।
प्रधान रामदुलारी का आरोप—’पुलिस इंतजार कर रही थी हत्या का’
रामदुलारी ने दुख जताते हुए कहा कि
“लगातार शिकायत के बावजूद पुलिस ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। यदि समय रहते कार्रवाई होती, तो आज मेरे बेटे और नाती जिंदा होते।”
गांव में मातम और सन्नाटा
तीन मौतों से गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। स्कूल बंद हैं, दुकानें शटर गिराकर बंद हैं। ग्रामीणों का कहना है कि “चुनावी रंजिश के चलते पूरा वंश मिटा दिया गया।”
पूर्व प्रधान पर दर्ज हैं कई आपराधिक मुकदमे
पूर्व प्रधान मुन्नू सिंह पर हत्या समेत 10 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह वर्तमान में एक दोहरे हत्याकांड में जमानत पर बाहर था।
ग्रामीणों की मांग—आरोपियों पर चले बुलडोजर
परिजन और ग्रामीण आरोपियों के घर गिराने और एनकाउंटर की मांग कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि सरकार और सिस्टम ने उन्हें पूरी तरह से निराश किया है।
➡️चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट