
मॉडल एकता तिवारी ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने बताया कि सुरक्षा एजेंसियों द्वारा जारी स्केच में दिख रहे दो आतंकी वही हैं जो खच्चर वाले बनकर उनके साथ गए थे। पढ़ें पूरी खबर।
अरमान अली की रिपोर्ट
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले को लेकर एक बड़ा इनपुट सामने आया है। दरअसल, मॉडल और पूर्व बैंक कर्मचारी एकता तिवारी ने दावा किया है कि सुरक्षा एजेंसियों द्वारा जारी किए गए स्केच में दिख रहे दो आतंकी वही हैं, जो खच्चर वाले बनकर उनके साथ पहलगाम गए थे।
संदिग्ध गतिविधियों ने जगाई शंका
एकता तिवारी, जो अपने परिवार और दोस्तों के साथ पहलगाम घूमने गई थीं, ने बताया कि इन खच्चर वालों की गतिविधियां शुरू से ही संदिग्ध थीं। इसलिए, उन्होंने इनका वीडियो भी बना लिया था। स्केच सामने आने के बाद जब उन्होंने चेहरों की तुलना की, तो उन्हें एहसास हुआ कि वे मौत के मुंह से लौटकर आई हैं।
बदसलूकी और धमकी भरे सवाल
एकता के मुताबिक, इन खच्चर वालों ने उनके और उनके भाई से धर्म संबंधित सवाल किए। इसके अलावा, कुरान न पढ़ने और रुद्राक्ष की माला पहनने को लेकर उनके साथ बदसलूकी की गई। इतना ही नहीं, एक खच्चर वाले ने उनके भाई की कॉलर पकड़ी और एकता के साथ भी अश्लील हरकत की।
फोन छिपाकर करते थे बातचीत
एकता ने खुलासा किया कि एक आतंकी अपने जूते में कीपैड वाला फोन छिपाकर रखता था और बार-बार किसी से संपर्क करता था। उसने बातचीत में सुना कि वह कह रहा था, “ब्रेक फेल नहीं हो पाया… घाटी में 35 बंदूकें भेज दी गई हैं।” इससे यह स्पष्ट हुआ कि पहलगाम हमला उनका प्लान-B था, जबकि प्लान-A में किसी वाहन का ब्रेक फेल करना शामिल था।
तत्काल दी सूचना, CISF तक पहुंचाई बात
जैसे ही एकता को स्केच से पुष्टि हुई, उन्होंने तुरंत सीएम हेल्पलाइन 1076 पर कॉल कर पूरी जानकारी दी और अपने CISF में कार्यरत रिश्तेदार को भी सूचित किया।
धार्मिक पहचान पर उठा सवाल
मॉडल एकता ने बताया कि यात्रा के दौरान जब उन्होंने अपनी पहचान राजस्थान निवासी बताई, तो खच्चर वाले ने पूछा, “कभी अमरनाथ गई हो?” मना करने पर उसने दावा किया कि वह बिना रजिस्ट्रेशन के भी वहां पहुंचा सकता है। इसके बाद उसने उर्दू न जानने पर ताना मारा और कहा, “मैं उर्दू का टीचर हूं।”
घटना की गंभीरता से हिल उठी सुरक्षा एजेंसियां
इस पूरे घटनाक्रम से सुरक्षा एजेंसियां भी चौकन्ना हो गई हैं। एकता द्वारा दिया गया इनपुट जांच में बड़ी भूमिका निभा सकता है। बिना शक, यह घटना आतंकी रणनीति में छिपे नए तरीकों की ओर संकेत करती है, जहां आतंकी स्थानीय सेवाओं का सहारा लेकर आम नागरिकों को निशाना बना सकते हैं।