भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और POK में 9 आतंकी ठिकानों पर हमला किया। इस कार्रवाई के बाद भारत में एकता और समर्थन की लहर है, वहीं पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
संजय कुमार वर्मा की रिपोर्ट
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 नागरिकों की जान गई, के बाद भारत सरकार ने कड़ा कदम उठाते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, यह ऑपरेशन पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर किया गया। इन ठिकानों का प्रयोग भारत पर आतंकी हमले की योजना बनाने और उसे अंजाम देने के लिए किया जाता था।
सेना का स्पष्ट संदेश: “इंसाफ किया गया”
भारतीय सेना के प्रवक्ता ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा, “इंसाफ़ किया गया। जय हिन्द।” वहीं सेना के एडीजी पीआई ने पुष्टि की कि पाकिस्तान ने पुंछ-राजौरी क्षेत्र में भीमबर गली में युद्धविराम का उल्लंघन किया, जिसका भारतीय सेना ने उचित जवाब दिया।
राजनीतिक समर्थन में एकजुटता
देश के विभिन्न राजनीतिक दलों और नेताओं ने इस कार्रवाई का समर्थन किया है:
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह: “भारत माता की जय।”
विदेश मंत्री एस जयशंकर: “दुनिया को आतंकवाद के मुद्दे पर ज़ीरो टॉलरेन्स ज़रूर दिखाना चाहिए।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ: “जय हिन्द, जय हिन्द की सेना।”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे: “हम आतंकी ठिकानों पर हमले पर गर्व करते हैं।”
राहुल गांधी: “हम अपनी सेना पर गर्व करते हैं। जय हिन्द।”
शशि थरूर: “कड़ा प्रहार करें, चतुराई से करें। मैं इसकी प्रशंसा करता हूं।”
अरविंद केजरीवाल: “हमें अपनी सेना पर गर्व है, 140 करोड़ देशवासी सेना के साथ खड़े हैं।”
तेजस्वी यादव: “जय भारत! हमें अपने वीर जवानों पर गर्व है।”
विपक्ष भी साथ, कांग्रेस ने जताया समर्थन
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, “यह समय एकता का है। कांग्रेस पार्टी सेना के साथ मजबूती से खड़ी है।”
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया: “हमारे पास जवाबी कार्रवाई का हक है”
वहीं, पाकिस्तान ने इस ऑपरेशन की निंदा की है। प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने कहा कि पाकिस्तान को जवाबी कार्रवाई का पूरा अधिकार है।
रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने दावा किया कि भारत ने सिविल आबादी को निशाना बनाया, जिसमें दो मस्जिदें, एक बच्चा और एक महिला भी शामिल हैं।
सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने भारत पर सीमा उल्लंघन का आरोप लगाया है।
भारत द्वारा की गई यह कार्रवाई केवल जवाब नहीं बल्कि एक स्पष्ट चेतावनी है कि आतंकवाद बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने यह दर्शा दिया है कि भारतीय सेना पूरी तरह तैयार है और देश की सुरक्षा के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। देशभर से मिल रही प्रतिक्रियाएं दर्शाती हैं कि भारत आतंकवाद के विरुद्ध एकजुट है।