हरियाणा की ट्रैवल व्लॉगर ज्योति मल्होत्रा उर्फ ‘Travel with JO’ पर देशद्रोह, जासूसी और आतंकी हमले में भूमिका के गंभीर आरोप। 22 अप्रैल को हुए पहलगाम नरसंहार में उसकी संलिप्तता की जांच में NIA, RAW और IB जुटीं।
अरमान अली की रिपोर्ट
ज्योति मल्होत्रा, जो सोशल मीडिया पर ‘Travel with JO’ के नाम से मशहूर है, अब देशद्रोह और जासूसी जैसे संगीन आरोपों में फंस चुकी है। 3.81 लाख यूट्यूब सब्सक्राइबर्स और 487 ट्रैवल वीडियो वाली यह मासूम सी दिखने वाली युवती अब पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी की ‘संपत्ति’ मानी जा रही है।
एक ट्रैवल व्लॉगर या दुश्मन देश की ‘डिजिटल एजेंट’?
वह देश के कोने-कोने में घूमती रही और साथ ही पाकिस्तान के लिए संवेदनशील सूचनाएं एकत्र कर रही थी।
22 अप्रैल का नरसंहार – पहलगाम लहूलुहान
22 अप्रैल 2025 को कश्मीर के पहलगाम में 26 पर्यटकों को चुन-चुन कर मौत के घाट उतार दिया गया। हमलावरों ने पहले धर्म पूछा और फिर गोली मारी। मृतकों में सिर्फ एक मुस्लिम और बाकी सभी हिंदू थे, जो इस हमले की सुनियोजित प्रकृति की ओर इशारा करता है।
अब सामने आया है कि इस घटना से एक सप्ताह पहले ही ज्योति पाकिस्तान से लौटी थी। यह संयोग नहीं हो सकता – पुलिस को शक है कि वह हमले में ‘फील्ड सपोर्ट’ की भूमिका में थी।
व्लॉगर नहीं, पाकिस्तान की ‘संपत्ति’ थी वो
हिसार के एसपी शशांक कुमार सावन के अनुसार, ज्योति सिर्फ एक यूट्यूबर नहीं थी। उसके पाकिस्तान दूतावास के अफसर एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से लगातार संपर्क में रहने के सबूत मिले हैं।
वर्ष 2023 में वह दो बार पाकिस्तान और बाली में संदिग्ध मुलाकातों के लिए गई। ‘जट्ट रंधावा’ और ‘रूहानी जो’ जैसे फर्जी नामों से वह काम करती थी।
कैमरा नहीं, खुफिया हथियार था
उसकी ट्रैवल वीडियोज़ की जांच में सामने आया कि उसने बॉर्डर इलाकों और सैन्य ठिकानों की जानकारी रिकॉर्ड की। वीडियो में जवानों की मूवमेंट और कैंप्स की लोकेशन दिखी, जो कूट संकेतों के साथ पाकिस्तान भेजी गई।
यानी उसका कैमरा केवल कंटेंट रिकॉर्डिंग नहीं, बल्कि इंटेल-जुटाने का हथियार था।
क्या उसने पहलगाम हमले की ‘मैपिंग’ की थी?
सूत्रों के अनुसार, हमले से ठीक 5 दिन पहले वह पाकिस्तान से लौटी थी। उसके फोन रिकॉर्ड्स में कश्मीर के दो संदिग्ध नंबरों से बातचीत दर्ज है। पुलिस यह पता लगा रही है कि क्या उसने हमलावरों को संभावित रूट और टाइमिंग की जानकारी दी थी।
एसपी सावन के मुताबिक, “उसके नेटवर्क में कई लोग और जुड़े हो सकते हैं, जिसकी जांच जारी है।”
एक YouTuber से फूटा खुफिया बम
कभी यूट्यूब पर मुस्कुराते हुए घूमने वाली ‘JO’ अब देश की सुरक्षा एजेंसियों के निशाने पर है। NIA, RAW और IB उसके डिजिटल ट्रैक्स और सोशल मीडिया इंटरेक्शन की गहराई से पड़ताल कर रहे हैं।
अब सवाल यही है — क्या वह सिर्फ एक व्लॉगर थी या भारत विरोधी साजिशों की एक कड़ी?