
अमेठी के संग्रामपुर पशु चिकित्सालय में डॉक्टर प्रदीप पाण्डेय को शराब के नशे में एक लड़की के साथ बंद कमरे में पाया गया। मीडिया कर्मियों ने घटना का खुलासा किया, जिस पर डॉक्टर ने उन्हें धमकाया। प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें!
अमेठी जिले के संग्रामपुर ब्लॉक में स्थित राजकीय पशु चिकित्सालय में एक बेहद शर्मनाक मामला सामने आया है। पशु चिकित्सक प्रदीप पाण्डेय पर आरोप है कि वह शराब के नशे में एक लड़की के साथ बंद कमरे में अय्याशी कर रहे थे। इस घटना का खुलासा तब हुआ जब मीडिया कर्मी मौके पर पहुंचे और डॉक्टर को रंगे हाथों पकड़ लिया।
कैसे हुआ मामला उजागर?
मीडिया को सूचना मिली कि संग्रामपुर पशु चिकित्सालय में डॉक्टर प्रदीप पाण्डेय एक लड़की के साथ गेट पर ताला लगाकर कमरे में मौजूद हैं। जब मीडिया कर्मी वहां पहुंचे और दरवाजा खुलवाने की कोशिश की, तो डॉक्टर ने गुस्से में आकर उन्हें धमकाने लगे। काफी मशक्कत के बाद जब दरवाजा खुला तो अंदर से एक अविवाहित लड़की बाहर आई।
लड़की ने क्या कहा?
लड़की ने बताया कि विकास सिंह नाम का कर्मचारी उसे वहां लाया था। उसने यह भी कहा कि होली के त्योहार के बहाने उसे इस कमरे में ले जाया गया। हालांकि, डॉक्टर प्रदीप पाण्डेय ने खुद को निर्दोष बताते हुए मीडिया कर्मियों को ही धमकी दी और कहा कि जो करना है कर लो।
डॉक्टर की बदसलूकी और अभद्रता
जब मीडिया ने डॉक्टर से इस बारे में सवाल किए, तो उन्होंने बदसलूकी शुरू कर दी। डॉक्टर ने न केवल मीडिया कर्मियों को धमकाया बल्कि गेट भी बंद करने को कहा।
प्रशासन का क्या कहना है?
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी सोम प्रकाश तिवारी ने कहा कि मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। यदि डॉक्टर दोषी पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस तरह के अनुशासनहीन और अनैतिक कृत्य को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
यह घटना सरकारी कार्यालयों में नैतिकता और अनुशासनहीनता पर सवाल खड़े करती है। प्रशासनिक अधिकारियों को चाहिए कि वे इस तरह के मामलों में सख्त कदम उठाएं ताकि भविष्य में कोई भी सरकारी कर्मचारी इस तरह की हरकत करने की हिम्मत न कर सके। अब देखना यह होगा कि जांच के बाद दोषी पर क्या कार्रवाई होती है।
➡️ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट