कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
अमेठी जिले के गौरीगंज कोतवाली क्षेत्र के सकरावा गांव में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां के पूर्व प्रधान हरिराम चौहान, जो अपनी दबंगई और रसूख के लिए जाने जाते थे, ने सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर बेशकीमती मकान का निर्माण कर लिया था। जब यह मामला प्रशासन के संज्ञान में आया, तो तत्काल कार्रवाई करते हुए एसडीएम और पुलिस बल मौके पर पहुंचा।
घटना का विवरण
सकरावा गांव में स्थित गाटा संख्या 404, जो गैरमुमकिन खाते की जमीन है, उस पर पूर्व प्रधान ने 0.007 हेक्टेयर भूमि पर अवैध निर्माण कर रखा था। प्रशासन को इस अवैध कब्जे की जानकारी मिलने के बाद कोर्ट से आदेश प्राप्त किया गया। कोर्ट के निर्देश पर पूर्व प्रधान को जमीन खाली करने का नोटिस दिया गया था, लेकिन उन्होंने इसे अनदेखा कर दिया।
कार्रवाई की शुरुआत
कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए रविवार को एसडीएम और गौरीगंज कोतवाली के इंस्पेक्टर भारी पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे। एसडीएम के नेतृत्व में बुलडोजर चलाकर अवैध मकान को गिरा दिया गया। इस कार्रवाई के दौरान पूरे गांव में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों ने प्रशासन की सख्ती का नजारा देखा।
प्रशासन का बयान
प्रशासन ने बताया कि यह जमीन सरकारी खाते में दर्ज थी और इस पर किसी भी प्रकार का निर्माण अवैध था। हाईकोर्ट के आदेश का पालन करते हुए यह कार्रवाई की गई। जमीन को खाली करवाने के बाद अब प्रशासन कोर्ट में रिपोर्ट पेश करेगा।
गांव में चर्चा का विषय
इस घटना के बाद सकरावा गांव में पूर्व प्रधान की दबंगई और प्रशासन की सख्ती चर्चा का विषय बन गई है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन की इस कार्रवाई का समर्थन किया है और इसे न्याय संगत बताया है।
यह मामला न केवल प्रशासन की तत्परता को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कानून से ऊपर कोई नहीं है, चाहे वह कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो।