फिरोजाबाद के नगला सिंघी में शादी के छह दिन बाद एक लुटेरी दुल्हन सास-जेठानी को नशीला पदार्थ सुंघाकर लाखों के गहने और नकदी लेकर फरार हो गई। पुलिस ने FIR दर्ज की है और बिचौलिया को हिरासत में लिया है। पढ़ें पूरी खबर…
नरेश ठाकुर की रिपोर्ट
फिरोजाबाद के नगला सिंघी क्षेत्र में एक परिवार उस वक्त सकते में आ गया जब उनकी नवविवाहिता बहू शादी के महज छह दिन बाद घर से लाखों के जेवर व नकदी लेकर फरार हो गई। शातिर दुल्हन ने सास और जेठानी को रात में नशीला पदार्थ सुंघाकर बेहोश कर दिया और अंधेरे में परिवार की खुशियां लूटकर निकल गई। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और मुख्य बिचौलिये को हिरासत में ले लिया गया है।
📍 शादी के नाम पर सुनियोजित जालसाजी
गढ़ी धर्मी गांव निवासी उमेश यादव उर्फ नेता, जो आगरा कैंट में अपने भाई के साथ कैंटीन में कार्यरत हैं, काफी समय से विवाह की कोशिश में लगे थे। तभी आगरा के देवरी रोड निवासी कथित बिचौलिया विकास ने उनके लिए शादी का प्रस्ताव रखा और गाजियाबाद की वंदना यादव से विवाह का रिश्ता तय कराया। शादी 22 जून को आगरा के एक होटल में कराई गई और नोटरी पेपर पर दस्तखत कराए गए — जिससे सब कुछ वैध प्रतीत हो।
🌙 छठे दिन रात को चली चाल, घरवालों को किया बेहोश
27 जून को उमेश और उनके भाई काम पर आगरा चले गए और उनके पिता अमरोहा देवी दर्शन को गए थे। घर पर उमेश की मां सरोज देवी, भाभी गीता और नवविवाहिता वंदना ही थीं। उसी रात वंदना ने मां और जेठानी को नशीला पदार्थ सुंघाकर बेहोश कर दिया और अलमारी में रखे सोने-चांदी के गहने व ₹62,500 नकद समेट कर फरार हो गई।
🔍 सुबह खुली आंख तो खुला राज, परिजन पहुंचे थाने
सुबह जब महिलाएं जागीं, तब तक वंदना गायब हो चुकी थी। परिजनों ने तत्काल वंदना और उसके कथित सहयोगियों — आरती (दिल्ली निवासी बुआ), सनी (निवासी मथुरा) और बिचौलिया विकास — की तलाश शुरू की। लेकिन जब कोई सुराग न मिला तो उन्होंने बिचौलिया विकास को पकड़कर थाने ले जाकर पुलिस को सौंपा।
👮 पुलिस ने दर्ज किया मामला, गिरोह की जांच में जुटी
थानाध्यक्ष रमित कुमार आर्य के अनुसार, तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और इस घटना की विस्तृत जांच की जा रही है। पुलिस इस संभावना को भी टटोल रही है कि यह लुटेरी दुल्हनों के एक संगठित गिरोह का हिस्सा हो सकता है, जो शादी के नाम पर फर्जीवाड़ा कर भोले-भाले लोगों को निशाना बनाता है।
⚠️ क्या कहता है यह मामला समाज से?
इस तरह की घटनाएं सिर्फ एक परिवार की नहीं, बल्कि समाज की सामूहिक असुरक्षा और भावनात्मक ठगी का प्रतिनिधित्व करती हैं। अब जरूरी हो गया है कि शादी के नाम पर हो रही दलाली, फर्जी दस्तावेजों और बिचौलियों की भूमिका पर कानूनी शिकंजा कसा जाए।