दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
लखनऊ : लोकसभा चुनाव के मतदान संपन्न होने के बाद अब निर्वाचन आयोग मतगणना की तैयारी में जुट गया है। प्रदेश के सभी 80 लोकसभा सीटों के लिए मंगलवार सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू होगी, दोपहर बाद से स्पष्ट रुझान और शाम तक परिणाम आने शुरू हो जाएंगे। पोलिंग बूथ की संख्या के आधार पर कानपुर का परिणाम सबसे पहले और गाजियाबाद का सबसे आखिर में आने की उम्मीद है।
75 जिलों में बनाए गए हैं 81 केंद्र
मतगणना के लिए प्रदेश के सभी 75 जिलों में कुल 81 केंद्र बनाए गए हैं। 80 लोकसभा सीटों के लिए कुल 851 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। जिनमें 771 पुरुष और 80 महिलाएं हैं। सर्वाधिक 28 प्रत्याशी घोसी और सबसे कम चार प्रत्याशी कैसरगंज लोकसभा क्षेत्रों में हैं।मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि मतगणना के लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। पहले स्तर की सुरक्षा मतगणना स्थल से सौ मीटर की परिधि पर होगी, जहां क्षेत्रीय पुलिस बल तैनात रहेगा।
द्वितीय स्तर की सुरक्षा मतगणना स्थल के गेट पर होगी और तीसरे स्तर की सुरक्षा मतगणना हाल की होगी, जिसकी निगरानी केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान करेंगे। मतगणना एवं सीलिंग की कार्रवाई सीसीटीवी की निगरानी में की जाएगी। नवदीप रिणवा ने बताया कि मतगणना के लिए 179 प्रेक्षक तैनात हैं। 80 लोकसभा क्षेत्रों की मतगणना के लिए 80 रिटर्निंग अफसर और 1581 सहायक रिटर्निंग अफसरों की तैनाती की गई है।
वहीं, ददरौल, लखनऊ पूर्व, गैंसड़ी और दुद्धी विधानसभा उप निर्वाचन क्षेत्र की गणना चार रिटर्निंग आफिसर और 26 सहायक रिटर्निंग आफिसर पूरी कराएंगे। मतों की गिनती विधानसभा क्षेत्रवार होगी और सभी विधानसभा के मतों का योग कर परिणाम जारी किए जाएंगे।
वहीं, पोस्टल बैलेट की मतगणना आरओ मुख्यालय के मतगणना स्थल पर होगी। पोस्टल बैलेट और सर्विस वोटर से प्राप्त ईटीपीबीएस की स्कैनिंग सुबह आठ बजे से शुरू होगी। प्रत्येक मतगणना हाल में एक ब्लैक या व्हाइट बोर्ड की व्यवस्था की जाएगी, जिसमें प्रत्याशी का नाम व चरणवार परिणाम लिखा जाएगा।
चुनाव आयोग की वेबसाइट पर भी देख सकते हैं रिजल्ट
मीडिया व आम लोग result.eci.gov.in पर जाकर रुझान व परिणाम की जानकारी ले सकते हैं। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के पांच पोलिंग बूथ की वीवीपैट स्लिप की होगी गणना मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि विधानसभावार होने वाली गणना के तहत प्रत्येक विधानसभा के पांच मतदेय स्थल ड्रा आधार पर निकाले जाएंगे और उन पोलिंग बूथ के वीवीपैट स्लिप की गणना की जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किसी बूथ से संबंधित कंट्रोल यूनिट (सीयू) का डिस्प्ले न दिखने से यदि सीयू से परिणाम नहीं निकलता तो ऐसी सभी ईवीएम की मतगणना के बाद उक्त बूथ के वीवीपैट स्लिप से गणना निकाली जाएगी।
द्वितीय स्तर की सुरक्षा मतगणना स्थल के गेट पर होगी और तीसरे स्तर की सुरक्षा मतगणना हाल की होगी, जिसकी निगरानी केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान करेंगे। मतगणना एवं सीलिंग की कार्रवाई सीसीटीवी की निगरानी में की जाएगी। नवदीप रिणवा ने बताया कि मतगणना के लिए 179 प्रेक्षक तैनात हैं। 80 लोकसभा क्षेत्रों की मतगणना के लिए 80 रिटर्निंग अफसर और 1581 सहायक रिटर्निंग अफसरों की तैनाती की गई है।
वहीं, ददरौल, लखनऊ पूर्व, गैंसड़ी और दुद्धी विधानसभा उप निर्वाचन क्षेत्र की गणना चार रिटर्निंग आफिसर और 26 सहायक रिटर्निंग आफिसर पूरी कराएंगे। मतों की गिनती विधानसभा क्षेत्रवार होगी और सभी विधानसभा के मतों का योग कर परिणाम जारी किए जाएंगे।
पोस्टल बैलेट की मतगणना आरओ मुख्यालय के मतगणना स्थल पर होगी। पोस्टल बैलेट और सर्विस वोटर से प्राप्त ईटीपीबीएस की स्कैनिंग सुबह आठ बजे से शुरू होगी। प्रत्येक मतगणना हाल में एक ब्लैक या व्हाइट बोर्ड की व्यवस्था की जाएगी, जिसमें प्रत्याशी का नाम व चरणवार परिणाम लिखा जाएगा।
इसके अलावा यदि किसी बूथ की कंट्रोल यूनिट से माक पोल के मतों को नहीं हटाया गया है तो उक्त कंट्रोल यूनिट की मतगणना नहीं की जाएगी। पूरी मतगणना के उपरांत हार-जीत का अंतर यदि उक्त बूथ पर पड़े मतों से अधिक है, तो ऐसे में उस बूथ की गणना न कर परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे।
यदि अंतर उक्त बूथ में पड़े मतों से कम है तो माक पोल सर्टिफिकेट में उल्लेखित मतों को हटाकर वीवीपैट की स्लिप से मतगणना की जाएगी और उसी आधार पर परिणाम घोषित किया जाएगा। प्रत्येक टेबल पर काउंटिंग एजेंट के बैठने की होगी व्यवस्थामतगणना हाल के प्रत्येक टेबल पर काउंटिंग एजेंट के बैठने की व्यवस्था होगी।
टेबल पर कंट्रोल यूनिट (सीयू) आने के बाद मतगणना पर्यवेक्षक द्वारा सीयू नंबर दिखाया जाएगा, जिससे यह स्पष्ट होगा कि सीयू उसी बूथ से संबंधित है। सीयू के साथ 17सी भाग-1 में उल्लेखित मतों को एजेंटों को बताया जाएगा। इसके बाद सीयू को आन कर प्रत्याशीवार मतगणना परिणाम 17सी भाग-2 पर अंकित किया जाएगा। किसी एजेंट द्वारा पुन: परिणाम दिखाए जाने के अनुरोध पर पर्यवेक्षक द्वारा पुन: परिणाम दिखाया जाएगा।
17सी भाग-2 पर मतगणना पर्यवेक्षक एवं काउंटिंग एजेंट के हस्ताक्षर के बाद एक प्रति फीडिंग के लिए ली जाएगी और दूसरी प्रति की छायाप्रति काउंटिंग एजेंट को दी जाएगी। अन्य बिंदु – आगरा, मेरठ, आजमगढ़, देवरिया, सीतापुर और कुशीनगर जिले में मतगणना दो-दो केंद्रों पर होगी।- आठ लोकसभा क्षेत्रों की मतगणना तीन जिलों, 37 लोकसभ क्षेत्रों के मतों की गणना दो जिलों और 35 जिलों की गणना एक जिले में होगी।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."