दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
बीजेपी सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह ने दिल्ली से गोंडा आकर अपने कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होकर लोगों से मुलाकात की है। वे 5 जून को अयोध्या में होने वाले जनचेतना महारैली के समर्थन में लोगों से जन समर्थन मांग रहे हैं और अयोध्या जाने का आह्वान कर रहे हैं। यह महारैली 5 जून को आयोजित होने की तारीख है।
बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने जनता को संबोधित करते हुए एक कार्यक्रम में व्यक्त किया है कि अयोध्या में 5 जून को आयोजित होने वाले राम कथा पार्क में देशभर के संत मौजूद होंगे और उन्होंने एक आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि हम सभी ने मिलकर तय किया है कि कम से कम 11 लाख लोग इस अवसर पर एकत्रित होंगे और संत महात्माओं के आवाहन पर वे बोलेंगे और पूरा देश सुनेगा। यह कार्यक्रम 5 जून को आयोजित होगा।
बृजभूषण शरण सिंह ने संतों के बारे में कहा है कि जो भी संत बोलेंगे, वह सभी उनके भक्तों के लिए, उनके कल्याण के लिए और देश के भविष्य के लिए होगा। उन्होंने यह दावा किया है कि हमारी आवाज को कोई नकार नहीं सकता है, लेकिन देश के संतों की आवाज कोई दबा नहीं सकता है और कोई नकार नहीं सकता है। इसके साथ ही वह दर्शाया है कि संतों की आवाज भक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होती है।
2014 में ही राजनीति से संन्यास लेना चाहता था लेकिन’
बृजभूषण शरण ने बहराइच में एक बड़ा बयान दिया है जिसमें उन्होंने कहा है कि वे 2014 में ही राजनीति से संन्यास लेना चाहते थे। उन्होंने बताया कि वे इस इच्छा को अमित शाह के साथ मिलकर व्यक्त कर चुके थे जब 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान बहराइच में मिले थे। हालांकि, अमित शाह ने उन्हें इस निर्णय को लेने नहीं दिया था। इसका अर्थ है कि बृजभूषण शरण ने फिर से राजनीतिक करियर में जुटने का निर्णय लिया है।
मेरे भाइयों मेरा इशारा समझो- बृजभूषण
वहीं पहलवानों द्वारा लगाए गए आरोपों पर सांसद ने कहा कि एक आंकड़ा आया है कि प्रति घण्टे 200 नवजवान आत्महत्या करते है। इस कानून के कारण अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहे है। आज जो चाहे जिसकी जिंदगी बर्बाद कर दे, अगर कोई जिद्द कर ले कि मैं झूठ बोलने पर उतारू हो जाऊं तो उसकी जिंदगी को बर्बाद कर सकता है, मेरे भाइयों मेरा इशारा समझो।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."