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November 22, 2024 5:46 pm

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ठेकेदारों व वन विभाग के ज़िम्मेदार कर्मियों द्वारा कराया गया था पत्रकार का एक्सीडेंट

13 पाठकों ने अब तक पढा

पीड़ित पत्रकार ने आई जी जोन प्रयागराज, पुलिस अधीक्षक व थाना प्रभारी रैपुरा को पत्र लिखकर की कार्यवाही की मांग

चित्रकूट ब्यूरो रिपोर्ट

चित्रकूट- एक पत्रकार को भ्रष्टाचार की खबर प्रकाशित करना काफ़ी मंहगा पड गया जिसमें विरोधियों ने मिलकर पत्रकार को जान से मारने की नीयत से एक्सीडेंट करवाया लेकिन इस एक्सीडेंट में पत्रकार की जान तो बच गई लेकिन एक्सीडेंट इतना भयावह था कि पत्रकार का लगभग छह माह से अभी तक इलाज चल रहा है l

जिसमें लाखों रुपए खर्च हो गए व पत्रकार का दाहिना पैर पूरी तरह दुर्घटनाग्रस्त होने के चलते अभी तक सही नहीं हो पाया है लेकिन एक्सीडेंट करवाने के बाद भी इन विरोधियों को सुकून नहीं मिला है जिसके कारण पत्रकार को जान से मारने की नीयत से रोज नए हथकंडे ढूंढते हुए नजर आ रहे हैं जिसके कारण पत्रकार की जान माल का खतरा और बढ़ गया है।

पत्रकार का एक्सीडेंट हो जाने के बाद कोई कार्यवाही नहीं की गई थी लेकिन अब तबियत में सुधार होने के चलते पत्रकार ने आई जी जोन प्रयागराज, पुलिस अधीक्षक चित्रकूट व थाना प्रभारी रैपुरा को पत्र लिखकर कार्यवाही की मांग की है l

पूरा मामला कुछ इस प्रकार है

पीड़ित पत्रकार संजय सिंह राणा पुत्र स्व. बोड़ीलाल ग्राम पंचायत कालूपुर पाही थाना कोतवाली कर्वी जनपद चित्रकूट का मूल निवासी है व अनुसूचित जाति (चमार) का एक गरीब व्यक्ति है व पेशे से पत्रकार है पीड़ित पत्रकार समाचार संकलन के लिए दिनांक 14/08/2021 को रामनगर ब्लाक गया हुआ था जहां से घर वापस लौटते समय रामनगर देऊंधा गांव के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग में साजिश के तहत पत्रकार का एक्सीडेंट करवाया गया था जिसमें साजिश कर्ता ठेकेदार लवलेश मिश्रा पुत्र रमेश मिश्रा निवासी बरिया, ठेकेदार अतुल कुमार मिश्रा पुत्र द्वारिका प्रसाद मिश्रा निवासी देवहटा/गोबरौल, सनत कुमार ग्राम विकास अधिकारी रामनगर, राजकरन पुत्र लखनलाल पूर्व प्रधान रामनगर, जितेंद्र प्रताप सिंह (वन दरोगा रैपुरा रेंज), विजय मोहन उर्फ़ पिंटू बाबू (रैपुरा रेंज) व आर. के. दीक्षित उप प्रभागीय वनाधिकारी चित्रकूट ने मिलीभगत करके एक्सीडेंट करवाया था l

पत्रकार का एक्सीडेंट करवाए जाने की मुख्य वजह यह थी कि ठेकेदार लवलेश मिश्रा व अतुल कुमार मिश्रा द्वारा ग्राम पंचायत के विकास कार्यों में मानक विहीन कार्य कराया जा रहा था व इन कार्यों में लगने वाली खनिज चोरी की होती थी जिसमें वन रेंज रैपुरा के वन दरोगा जितेंद्र प्रताप सिंह व विजय मोहन उर्फ़ पिंटू बाबू की मिलीभगत होती थी वहीं रैपुरा रेंज में वन विभाग के कार्यों में जमकर फर्जीवाड़ा करते हुए सरकारी धन का बंदरबाट किया जाता रहा है जिसमें उप प्रभागीय वनाधिकारी आर के दीक्षित अपने चहेते ठेकेदारों की फर्मों के नाम भुगतान करवाते थे जिसकी खबर पीड़ित पत्रकार द्वारा प्रकाशित की जाती रही है जिससे खुन्नस खाकर ठेकेदारों व वन विभाग के ज़िम्मेदार कर्मियों द्वारा पत्रकार को जान से मारने की नीयत से एक्सीडेंट करवाया गया था लेकिन एक्सिडेंट में पत्रकार की मौत तो नहीं हुई लेकिन पत्रकार का दाहिना पैर व हाथ दुर्घटनाग्रस्त होने के चलते मौत से बदतर जिंदगी जरूर हो गई l

एक्सीडेंट के बाद पीड़ित पत्रकार ने अपने पत्रकार साथी आशीष उपाध्याय को फोन करके पूरे घटना की जानकारी दी जिसमें डायल 112 व पत्रकार आशीष उपाध्याय द्वारा पीड़ित पत्रकार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर में भर्ती कराया गया जिसमें प्राथमिक उपचार करने के बाद स्वरूप रानी चिकित्सालय प्रयागराज के लिए रिफर कर दिया गया जहां लगभग सोलह दिन इलाज के बाद पीड़ित पत्रकार को संजीवनी हास्पिटल सतना म.प्र. ले जाया गया जहां पर अभी तक इलाज चल रहा है l

इस इलाज के दौरान लाखों रुपए खर्च हो गए लेकिन किसी ने कोई सहायता तक प्रदान नहीं की पीड़ित पत्रकार ने जिलाधिकारी महोदय तक से इलाज कराए जाने की मांग की थी कि शायद कहीं किसी योजना के तहत पीड़ित पत्रकार को मदद मिल सके लेकिन जिलाधिकारी महोदय तक पीड़ित पत्रकार की मदद के लिए आगे नहीं आए एक गरीब पत्रकार व एक गरीब व्यक्ति होने के चलते पीड़ित को दबंग ठेकेदारों व वन विभाग के ज़िम्मेदार कर्मियों द्वारा बहुत परेशान किया जा रहा है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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