मल्लिकार्जुन खरगे ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर मोदी सरकार की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को छोटा युद्ध बताते हुए पर्यटकों को समय पर अलर्ट न करने का आरोप लगाया। जानिए इस पूरे घटनाक्रम की पूरी जानकारी।
अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को एक छोटा सा युद्ध बताते हुए मोदी सरकार की सुरक्षा तैयारियों पर सवाल खड़े किए। गौरतलब है कि इस हमले में 26 लोगों की जान गई थी, जिसे लेकर खरगे ने कहा कि यदि सरकार ने समय रहते अलर्ट जारी किया होता, तो यह त्रासदी टाली जा सकती थी।
सरकार ने पर्यटकों को अलर्ट क्यों नहीं किया?
खरगे ने कर्नाटक में ‘समर्पण संकल्प रैली’ को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार को खुफिया जानकारी पहले से थी, फिर भी पर्यटकों को पहलगाम जाने से नहीं रोका गया। उन्होंने यह भी दावा किया कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुफिया एजेंसियों ने कश्मीर जाने से मना किया, तो आम नागरिकों को भी सावधान किया जाना चाहिए था।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ क्या है?
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारतीय सेना द्वारा 7 मई को किया गया एक जवाबी सैन्य अभियान था, जो 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले की प्रतिक्रिया में चलाया गया। इस ऑपरेशन के दौरान भारतीय सेना ने आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाकर भारी नुकसान पहुंचाया। इसके जवाब में 8, 9 और 10 मई को पाकिस्तान की ओर से भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिशें हुईं, लेकिन सेना ने हर हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया।
सेना की कार्रवाई में पाकिस्तान के एयरबेस, रडार सिस्टम और कमांड सेंटर्स को गंभीर क्षति पहुंची। यह ऑपरेशन क्षेत्रीय तनाव के बीच भारत की रणनीतिक शक्ति को दर्शाता है।
राहुल गांधी का भी बड़ा ऐलान
रैली के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि कर्नाटक में हजारों लोग ऐसे हैं, जो जमीन पर काबिज हैं लेकिन उनके पास कानूनी मालिकाना हक नहीं है। उन्होंने वादा किया कि कांग्रेस सरकार 1 लाख परिवारों को जमीन का मालिकाना हक देने जा रही है। राज्य सरकार ने अब तक 2,000 राजस्व गांवों की घोषणा कर दी है और जल्द ही 500 और गांवों को शामिल किया जाएगा।
समाचारों से अपडेट रहें, समाचार दर्पण के साथ बने