चित्रकूट के मानिकपुर ब्लॉक में ग्राम सभा की भूमि पर दबंगों द्वारा अवैध कब्जा और आय से अधिक संपत्ति का मामला सामने आया है। जानिए कैसे नगर पंचायत अध्यक्ष रहते हुए Vinod Kumar Dwivedi ने सरकारी जमीन व धन का दुरुपयोग किया।
संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट,मानिकपुर। मानिकपुर ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम पंचायत मानिकपुर रूलर की सरकारी भूमि पर दबंगों द्वारा अवैध कब्जा कर निर्माण कार्य किया गया है। इसके अतिरिक्त, सार्वजनिक रास्ते को भी मनमाने ढंग से परिवर्तित कर दिया गया है, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है।
दरअसल, ग्राम सभा की गाटा संख्या 614/15 में लगभग दो बीघे जमीन पर विनोद कुमार द्विवेदी पुत्र स्व. आनंदी प्रसाद द्विवेदी, निवासी वाल्मीकि नगर पश्चिमी, ने अवैध रूप से कब्जा कर मकान बनवा लिया है। यही नहीं, उन्होंने सार्वजनिक रास्ते का स्वरूप भी बदलवा दिया है।
पहले भी हो चुकी है कार्रवाई, लेकिन…
महत्वपूर्ण बात यह है कि विनोद कुमार द्विवेदी के विरुद्ध पूर्व में धारा 67 के तहत बेदखली की कार्रवाई हो चुकी है। बावजूद इसके, वे अपने राजनीतिक रसूख और प्रभाव के चलते अब तक किसी ठोस कार्रवाई से बचते रहे हैं। बसपा शासनकाल में ब्लॉक प्रमुख और बाद में रेलवे ठेकेदार बने विनोद कुमार ने नगर पंचायत अध्यक्ष बनते ही संपत्ति में असामान्य वृद्धि की।
आय से अधिक संपत्ति का मामला भी संदेह के घेरे में
नगर पंचायत अध्यक्ष रहते हुए, उन्होंने खुद की जेसीबी व ट्रैक्टर से कार्य करवाकर लाखों रुपए की सरकारी भुगतान राशि प्राप्त की। साथ ही, अन्य लोगों की मशीनरी दिखाकर भी सरकारी धन का आहरण किया गया।
उन्होंने शास्त्री नगर में तीन खंड की व्यावसायिक बिल्डिंग का निर्माण कराया, जो विकास प्राधिकरण व जिला पंचायत से स्वीकृत नहीं है। इसके अतिरिक्त, मारकुंडी तिराहा व शिव नगर में भी उनके पास अवैध रूप से अर्जित संपत्तियां पाई गई हैं।
वाल्मीकि नगर पश्चिमी में स्थित उनका भव्य निवास स्थान भी करोड़ों की लागत से निर्मित है, जो ग्राम सभा की सरकारी भूमि पर बना हुआ है।
शिकायतें हुईं, जांच में लापरवाही बरती गई
रामपाल त्रिपाठी नामक व्यक्ति द्वारा विनोद कुमार द्विवेदी की आय से अधिक संपत्ति को लेकर शिकायत की गई थी, लेकिन संबंधित विभागों ने लीपापोती कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया। त्रिपाठी का कहना है कि वे इस पूरे मामले को लेकर उच्च न्यायालय में याचिका दायर करेंगे।
सवाल यह है कि कार्रवाई कब?
जहां एक ओर योगी सरकार भू-माफियाओं के विरुद्ध एंटी भू-माफिया अभियान चला रही है, वहीं दूसरी ओर विनोद कुमार द्विवेदी जैसे प्रभावशाली व्यक्ति के खिलाफ कोई ठोस कदम न उठाया जाना कई सवाल खड़े करता है।
अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन इस गंभीर प्रकरण पर क्या रुख अपनाता है। क्या ग्राम सभा की जमीन पर हुए अवैध कब्जे व आय से अधिक संपत्ति की निष्पक्ष जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी, या फिर ऐसे दबंग यूं ही कानून का माखौल उड़ाते रहेंगे?