
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अयोध्या एयरपोर्ट परिसर में भगवान वाल्मीकि की प्रतिमा का अनावरण करते हुए विपक्ष पर तीखा हमला बोला। उन्होंने राहुल गांधी, अखिलेश यादव और ममता बनर्जी पर भी गंभीर आरोप लगाए।
अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक राजधानी अयोध्या में रविवार को एक ऐतिहासिक क्षण देखने को मिला, जब डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भगवान महर्षि वाल्मीकि की भव्य प्रतिमा का अनावरण किया। यह आयोजन न केवल आध्यात्मिक चेतना का प्रतीक बना, बल्कि यह राजनीतिक संदेशों से भी भरा रहा।
‘भगवान वाल्मीकि के चरणों में नतमस्तक हूं’
कार्यक्रम की शुरुआत में ही केशव मौर्य ने श्रद्धा और गौरव के भाव से अपने उद्बोधन की भूमिका रखी। उन्होंने कहा,
“यह अत्यंत गर्व की बात है कि भगवान वाल्मीकि जी के नाम पर यह भव्य एयरपोर्ट बन रहा है। शास्त्रों में जिन्हें आदिकवि कहा गया है, जिन्होंने रामायण की रचना की, माता सीता को आश्रय दिया और लव-कुश जैसे तेजस्वी संतानों को शिक्षा दी – उनके चरणों में मैं नतमस्तक हूं।”
‘अयोध्या को मिल रही वैश्विक पहचान’
इसके बाद उन्होंने सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए कहा कि अयोध्या अब वैश्विक पहचान की ओर अग्रसर है।
“यह डबल इंजन की सरकार की दूरदृष्टि और संकल्प का परिणाम है कि अयोध्या अब सिर्फ मंदिर निर्माण तक सीमित नहीं रही, बल्कि सांस्कृतिक प्रतीकों को पुनर्स्थापित करने में भी अग्रणी बन चुकी है,” उन्होंने कहा।
विपक्ष पर करारा हमला: ‘अब न बपौती चलेगी, न जागीरदारी’
डिप्टी सीएम ने विपक्ष पर हमला करने में कोई कोताही नहीं बरती। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए कहा,
“पहले उन्हें लगता था कि प्रधानमंत्री की कुर्सी उनकी पारिवारिक बपौती है, लेकिन अब 2047 तक भी यह सपना अधूरा ही रहेगा।”
इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा,
“अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश की कुर्सी को अपनी जागीर समझते थे, लेकिन अब यहां जनता की चलेगी, परिवारवाद की नहीं।”
‘देश को बदनाम करने की आदत बन गई है कांग्रेस की’
राहुल गांधी द्वारा विदेश में दिए गए बयानों को लेकर मौर्य ने कड़ा एतराज़ जताया। उन्होंने कहा,
“जो कहना है, वो संसद में कहिए। लेकिन कांग्रेस अब विदेश जाकर भारत को नीचा दिखाने की आदत बना चुकी है। यह गांधी परिवार की आदत हो गई है, जिसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ेगा।”
‘2047 तक यूपी में कोई वेकेंसी नहीं’
डिप्टी सीएम ने भरोसा जताया कि उत्तर प्रदेश में मौजूदा सरकार ही 2047 तक शासन करेगी। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के एक चर्चित बयान का हवाला देते हुए कहा,
“पहले 1 रुपये में 15 पैसा जनता तक पहुंचता था, अब 100 का 100 पैसा सीधे खाते में जाता है। यही पारदर्शिता हमारी ताकत है।”
‘अखिलेश यादव की सरकार में PDA का मतलब था–पारिवारिक विकास एजेंडा’
केशव मौर्य ने सपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा,
“उस समय PDA यानी पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक का नाम लेकर नौकरियां केवल अपने बिरादरी वालों को दी जाती थीं। वोट तो पिछड़ों से लिया जाता था लेकिन टिकट और सीटें पैसे लेकर बेची जाती थीं।”
उन्होंने यह भी जोड़ा,
“अखिलेश बौखला गए हैं। उनके पास अब न नीति है, न नियत और न ही जनता का भरोसा।”
बंगाल की स्थिति पर चिंता: ‘ममता बनर्जी की सरकार दंगाइयों को संरक्षण दे रही’
अपने भाषण में मौर्य ने पश्चिम बंगाल की स्थिति पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा,
“2012 से 2017 तक जैसा उत्तर प्रदेश था, आज वही हाल बंगाल का है। ममता सरकार हिन्दुओं पर अत्याचार करने वालों को संरक्षण दे रही है और पलायन की स्थिति उत्पन्न हो गई है।”
उन्होंने यह भी कहा कि “अब अखिलेश यादव ममता के प्रवक्ता बनकर उनका बचाव कर रहे हैं।”
उत्तर प्रदेश में नया युग
अपने पूरे संबोधन में केशव प्रसाद मौर्य ने यह स्पष्ट कर दिया कि उत्तर प्रदेश अब जातिवाद, परिवारवाद और भ्रष्टाचार की राजनीति से ऊपर उठ चुका है। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और अब सबका प्रयास’ के मंत्र पर काम कर रही है। पिछड़ों, दलितों और गरीबों को उनका हक दिलाया जाएगा और किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा।”