मोहन द्विवेदी की खास रिपोर्ट
अविश्वास प्रस्ताव पर अब पीएम मोदी की बारी है। पीएम मोदी ने विपक्ष के खूब निशाने पर लिया। पीएम ने कहा कि विपक्ष ने अविश्वास की आड़ में जनता का आत्म-विश्वास तोड़ने की विफल कोशिश की है। उन्होंने कहा कि हमने भारत के युवाओं को घोटालों से रहित सरकार दी है, खुले आसमान में उड़ने का हौसला और अवसर दिया है। हमने दुनिया में बिगड़ी साख को भी संभाला है और उसे नई ऊंचाइयों पर ले गए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी का यह कालखंड भारत के लिए हर सपने सिद्ध करने का अवसर देने वाला महत्वपूर्ण समय है, इस कालखंड का प्रभाव एक हजार साल तक रहने वाला है।
132 मिनट भाषण में 29 बार मणिपुर का जिक्र
पीएम मोदी ने शाम को 5 बजकर 8 मिनट पर अपना अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब देने के लिए भाषण शुरू किया। पीएम के भाषण के करीब डेढ़ घंटे बाद 6.40 पर विपक्ष ने सदन से वॉक आउट किया। विपक्ष के सदन से बाहर जाते ही पीएम मोदी ने मणिपुर पर बोलना शुरू कर दिया।पीएम के भाषण में 29 बार मणिपुर शब्द का जिक्र आया। पीएम का भाषण 2 घंटे 12 मिनट तक चला। पीएम मोदी के भाषण के दौरान 98 बार तालियां बजीं। वहीं, भाषण के दौरान 22 मौके ऐसे आए जब सदन में ठहाके लगे। पीएम के भाषण के दौरान 13 बार टोकाटोकी भी हुई। सदन में पीएम मोदी के भाषण के दौरान शरीर का कण-कण, जिगर का टुकड़ा जैसे शब्दों के प्रयोग पर मोदी-मोदी के नारे भी लगे।
मणिपुर में शांति का सूरज जरूर उगेगा
पीएम मोदी ने कहा कि मैं मणिपुर के लोगों, माता, भाइयों, बहनों से कहना चाहूंगा कि देश आपके साथ है। यह सदन आपके साथ है। हम सब मिलकर इस चुनौती का समाधान निकालेंगे। मणिपुर विकास की राह पर आगे बढ़ेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि मणिपुर में अदालत का फैसला आया अब उसके पक्ष-विपक्ष में जो परिस्थितियां बनीं उसमें हिंसा का दौर शुरू हुआ। महिलाओं के साथ गंभीर अपराध हुए और यह अपराध अक्षम है और दोषियों को कड़ी से कड़ी सज़ा दिलाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार कोशिश कर रही है। जिस तरह से प्रयास चल रहे हैं, करीबी भविष्य में शांति का सूरज जरूर उगेगा। पीएम ने कहा कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने के लिए राज्य और केंद्र दोनों सरकारें हर संभव कोशिश कर रही हैं। मैं लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि आने वाले समय में मणिपुर में शांति बहाल होगी। मैं मणिपुर की महिलाओं और बेटियों सहित मणिपुर के लोगों से कहना चाहता हूं कि देश आपके साथ है।
पीएम मोदी ने कहा विपक्षी गठबंधन पर हमला करते हुए कहा कि आपने एनडीए भी चुरा लिया। इंडिया के भी टुकड़े कर दिए I.N.D.I.A. जरा डीएमके और कांग्रेस के लोग सुन लें। यूपीए को लगता है कि देश के नाम का इस्तेमाल करके अपनी विश्वसनीयता बढ़ाई जा सकती है। लेकिन कांग्रेस के सहोयगी दल, कांग्रेस के अटूट साथी। तमिलनाडु सरकार में एक मंत्री दो दिन पहले ही कहा है इंडिया उनके लिए कोई मायने नहीं रखता है। उनके मुताबिक तमिलनाडु तो भारत में है ही नहीं। आज मैं गर्व के साथ कहना चाहता हूं कि तमिलनाडु वो प्रदेश है, जहां हमेशा देशभक्ति की धाराएं निकली हैं। जिस राज्य ने हमें राजा जी दिए, कमाराज दिए, एनजीआर, कलाम दिए। आज तमिलनाडु से ये स्वर सुनाई दे रहे हैं। पीएम मोदी ने कह ाकि कांग्रेस की पहचान से जुड़ी कोई चीज उनकी अपनी नहीं है। चुनाव चिह्न से लेकर सबकुछ कांग्रेस अपना होने का दावा करती है। वो किसी और से लिया हुआ है। अपनी कमियों को ढंकने के लिए चुनाव चिह्न और विचारों को भी चुरा लिया। फिर भी बदलाव हुए हैं उसमें पार्टी का घमंड ही दिखता है। ये भी दिखता कि 2014 से वो किस तरह से डिनायल के मूड में हैं। पार्टी के संस्थापक कौन ए ओ ह्यूम एक विदेशी थे। 1920 में भारत के स्वतंत्रता संग्राम को एक नई ऊर्जा मिली और देश ने उस ध्वज को अपना लिया। कांग्रेस ने उस ध्वज की ताकत देखते हुए उसे भी अपना लिया। वोटरों के बुलाने के लिए गांधी नाम भी चुरा लिया।
कांग्रेस को भारत के सामर्थ्य पर भरोसा नहीं
पीएम मोदी ने कहा कि देश का विश्वास मैं शब्दों में भी प्रकट करना चाहता हूं। देश का ये विश्वास है कि जब 2028 में आप जब अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएंगे तो ये देश पहले तीन में होगा। ये देश का विश्वास है। पीएम ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और उनके दोस्तों का इतिहास रहा है कि उन्हें भारत पर भारत के सामर्थ्य पर कभी भरोसा नहीं रहा है। ये विश्वास किसपर करते थे। पाकिस्तान सीमा पर हमले करता था, हमारे यहां आए दिन आतंकी भेजा जाता था। और उसके बाद पाकिस्तान हाथ ऊपर करके मुकर जाता था। पीएम मोदी ने कहा कि इनका पाकिस्तान से ऐसा प्रेम था वो तुरंत पाकिस्तान की बातों पर विश्वास कर लेते थे। पाकिस्तान कहता था कि आतंकी हमले होते रहेंगे और बातचीत भी होती रहेगी। कश्मीर आतंकवाद की आग में दिन रात सुलग रहा था, जलता था। लेकिन कांग्रेस सरकार कश्मीर के लोगों पर विश्वास नहीं था। प्रधानमंत्री ने कहा कि वे हुर्रियत पर विश्वास करते थे। भारत से सर्जिकल स्ट्राइक किया लेकिन इनका भारत की सेना पर भरोसा नहीं था। दुनिया में आज कोई भी भारत के लिए अपशब्द बोलता हैं कि इन्हें तुरंत इनको विश्वास हो जाता है। जैसे कोई विदेशी एजेंसी कहती है कि भूखमरी का सामना कर रहा कई देश भारत से बेहतर है, ऐसा झूठी बात आएगी तो भी ये उसको स्वीकार कर लेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष के लोगों को सीक्रेट वरदान मिला हुआ है। ये लोग जिसका बुरा चाहेंगे, उसकी भलाई ही होगी। आपको बड़ा सीक्रेट वरदान है जी। मैं तीन उदाहरण से ये सीक्रेट वरदान को सिद्ध कर सकता हूं। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने बैंकिंग सेक्टर के लिए कहा था। देश बर्बाद हो जाएगा न जाने क्या-क्या कहा था। बड़े-बड़े विद्वानों को विदेशों से ले आते थे। ताकि उनकी बात कोई न माने तो उनकी मान ले। जब इन्होंने बैंकों का बुरा चाहा तो हुआ क्या हमारी सरकारी बैंकों का नेट प्रॉफिट दोगुने से ज्यादा हो गया। एनपीए की बाधा लगा गए थे उसको भी हम पार कर गए हैं। पीएम ने कहा कि दूसरा उदाहरण, हमारे डिफेंस के हेलिकॉप्टर बनाने वाली सरकारी कंपनी HAL। ये HAL को लेकर कितनी भली बुरी बातें इन्होंने की थी। क्या कुछ नहीं कहा गया था HAL को लेकर। इसका दुनिया पर असर पड़ता। भारत की डिफेंस इंडस्ट्री खत्म हो चुकी है। जैसे आजकल खेतों में जाकर वीडियो शूट होता है। वैसा ही उस समय HAL फैक्ट्री के दरवाजे पर मजदूरों की सभा कराकर वीडियो शूट कराया गया था। इतना बुरा चाहा और कहा। वो सीक्रेट आज HAL सफलता की नई बुलंदियों को छू रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि HAL ने अबतक का सबसे ज्यादा राजस्व हासिल किया है। आज HAL देश की आन बान और शान बनकर उभरा है। तीसरा उदाहरण, LIC के लिए क्या-क्या कहा गया था गरीबों के पैसे डूब रहे हैं। जितनी उतनी कल्पनाशक्ति थी , जितने उनके दरबारियों ने कागज पकड़ा दिया था, उतना बोल रहे थे। लेकिन आज LIC लगातार मजबूत हो रही है।
कांग्रेस के पास न नीति है और न नीयत है
पीएम मोदी ने कहा कि देश का विश्वास मैं शब्दों में भी प्रकट करना चाहता हूं। देश का ये विश्वास है कि जब 2028 में आप जब अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएंगे तो ये देश पहले तीन में होगा। ये देश का विश्वास है। पीएम ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और उनके दोस्तों का इतिहास रहा है कि उन्हें भारत पर भारत के सामर्थ्य पर कभी भरोसा नहीं रहा है। ये विश्वास किसपर करते थे। पाकिस्तान सीमा पर हमले करता था, हमारे यहां आए दिन आतंकी भेजा जाता था। और उसके बाद पाकिस्तान हाथ ऊपर करके मुकर जाता था। पीएम मोदी ने कहा कि इनका पाकिस्तान से ऐसा प्रेम था वो तुरंत पाकिस्तान की बातों पर विश्वास कर लेते थे। पाकिस्तान कहता था कि आतंकी हमले होते रहेंगे और बातचीत भी होती रहेगी। कश्मीर आतंकवाद की आग में दिन रात सुलग रहा था, जलता था। लेकिन कांग्रेस सरकार कश्मीर के लोगों पर विश्वास नहीं था। प्रधानमंत्री ने कहा कि वे हुर्रियत पर विश्वास करते थे। भारत से सर्जिकल स्ट्राइक किया लेकिन इनका भारत की सेना पर भरोसा नहीं था। दुनिया में आज कोई भी भारत के लिए अपशब्द बोलता हैं कि इन्हें तुरंत इनको विश्वास हो जाता है। जैसे कोई विदेशी एजेंसी कहती है कि भूखमरी का सामना कर रहा कई देश भारत से बेहतर है, ऐसा झूठी बात आएगी तो भी ये उसको स्वीकार कर लेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष के लोगों को सीक्रेट वरदान मिला हुआ है। ये लोग जिसका बुरा चाहेंगे, उसकी भलाई ही होगी। आपको बड़ा सीक्रेट वरदान है जी। मैं तीन उदाहरण से ये सीक्रेट वरदान को सिद्ध कर सकता हूं। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने बैंकिंग सेक्टर के लिए कहा था। देश बर्बाद हो जाएगा न जाने क्या-क्या कहा था। बड़े-बड़े विद्वानों को विदेशों से ले आते थे। ताकि उनकी बात कोई न माने तो उनकी मान ले। जब इन्होंने बैंकों का बुरा चाहा तो हुआ क्या हमारी सरकारी बैंकों का नेट प्रॉफिट दोगुने से ज्यादा हो गया। एनपीए की बाधा लगा गए थे उसको भी हम पार कर गए हैं। पीएम ने कहा कि दूसरा उदाहरण, हमारे डिफेंस के हेलिकॉप्टर बनाने वाली सरकारी कंपनी HAL। ये HAL को लेकर कितनी भली बुरी बातें इन्होंने की थी। क्या कुछ नहीं कहा गया था HAL को लेकर। इसका दुनिया पर असर पड़ता। भारत की डिफेंस इंडस्ट्री खत्म हो चुकी है। जैसे आजकल खेतों में जाकर वीडियो शूट होता है। वैसा ही उस समय HAL फैक्ट्री के दरवाजे पर मजदूरों की सभा कराकर वीडियो शूट कराया गया था। इतना बुरा चाहा और कहा। वो सीक्रेट आज HAL सफलता की नई बुलंदियों को छू रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि HAL ने अबतक का सबसे ज्यादा राजस्व हासिल किया है। आज HAL देश की आन बान और शान बनकर उभरा है। तीसरा उदाहरण, LIC के लिए क्या-क्या कहा गया था गरीबों के पैसे डूब रहे हैं। जितनी उतनी कल्पनाशक्ति थी , जितने उनके दरबारियों ने कागज पकड़ा दिया था, उतना बोल रहे थे। लेकिन आज LIC लगातार मजबूत हो रही है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."