इरफान अली लारी की रिपोर्ट
देवरिया: जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल की अध्यक्षता में भाटपाररानी तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें डीएम ने विभिन्न जन समस्याओं की सुनवाई की और निस्तारण में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की। इस दौरान चकबंदी लेखपाल अमरनाथ गुप्ता को निलंबित कर दिया गया, जबकि बीडीओ भाटपाररानी को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई। इसके अलावा, एमडीएम (मध्याह्न भोजन) निधि से अतिरिक्त धन आहरण करने के आरोप में प्रधानाध्यापक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश भी जारी किया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि जन समस्याओं का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध तरीके से सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि किसी मामले में लापरवाही पाई जाती है, तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
चकबंदी लेखपाल निलंबित
ग्राम मधउर के निवासी बृजनन्दन पुत्र रामप्रीत ने जिलाधिकारी को एक शिकायत पत्र सौंपा, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि उन्होंने कई बार चकबंदी लेखपाल अमरनाथ गुप्ता से इंतखाप की दरख्वास्त दी, लेकिन उन्हें बार-बार दौड़ाया गया और बाद में अहस्ताक्षरित इंतखाप प्रदान किया गया।
जिलाधिकारी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कराई, जिसमें आरोप सही पाया गया। इसके बाद लेखपाल अमरनाथ गुप्ता को तत्काल निलंबित करने का आदेश दिया गया और बृजनन्दन को हस्ताक्षरित इंतखाप उपलब्ध कराया गया।
प्रधानाध्यापक के खिलाफ एफआईआर
प्राथमिक विद्यालय पिपरा दक्षिण पट्टी के प्रधानाध्यापक रामेंद्र कुमार गौतम पर आरोप था कि उन्होंने ग्राम प्रधान से धोखे से हस्ताक्षर कराकर एमडीएम निधि से एक लाख रुपये का अतिरिक्त आहरण कर लिया। इस संबंध में जिलाधिकारी को ग्राम प्रधान ने शिकायत की, जिसके बाद जिलाधिकारी ने बीएसए (बेसिक शिक्षा अधिकारी) को प्रधानाध्यापक को निलंबित करने और उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया।
बीडीओ को प्रतिकूल प्रविष्टि
ग्राम करौदा के निवासी संतोष कुमार सिंह ने चकमार्ग पर अतिक्रमण से जुड़ी समस्या के बारे में जिलाधिकारी को प्रार्थनापत्र सौंपा। जिलाधिकारी ने पहले भी बीडीओ भाटपाररानी को इस मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए थे, लेकिन कोई प्रभावी कदम नहीं उठाए गए। इसके बाद डीएम ने नाराजगी जाहिर करते हुए बीडीओ भाटपाररानी को प्रतिकूल प्रविष्टि देने का आदेश दिया।
पात्र गृहस्थी राशनकार्ड का त्वरित समाधान
कृति शाही नामक युवती ने जिलाधिकारी से शिकायत की कि उसने पात्र गृहस्थी राशनकार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था, जो अभी तक उसे प्राप्त नहीं हुआ है। जिलाधिकारी ने डीएसओ (जिला पूर्ति अधिकारी) को जांच करने का निर्देश दिया और कुछ ही मिनटों में कृति शाही को उसका राशनकार्ड प्रदान किया गया।
पुलिस अधीक्षक की कार्रवाई
कानून-व्यवस्था से संबंधित मामलों की सुनवाई पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा द्वारा की गई। उन्होंने सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि हर मामले में मौके पर जाकर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए, ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके।
संपूर्ण समाधान दिवस का निष्कर्ष
इस संपूर्ण समाधान दिवस में कुल 124 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 10 का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया। बाकी मामलों को 7 दिन के भीतर गुणवत्ता के साथ निपटाने के निर्देश दिए गए। प्राप्त शिकायतों में 88 प्रकरण राजस्व विभाग से, 11 पुलिस विभाग से, 8 विकास विभाग से, 2 शिक्षा विभाग से, 2 स्वास्थ्य विभाग से और 13 अन्य विभागों से संबंधित थे।
कार्यक्रम के दौरान सीएमओ डॉ. राजेश झा, एसडीएम भाटपाररानी रत्नेश तिवारी, सीओ दीपक शुक्ला, जिला विकास अधिकारी रविशंकर राय, डीसी मनरेगा आलोक पांडेय, पीडी डीआरडीए अनिल कुमार, डीएसओ संजय पांडेय और नायब तहसीलदार अभिजीत प्रताप सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
Author: samachar
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