देवरिया के कुम्हारों को उत्तर प्रदेश माटीकला बोर्ड द्वारा मुफ्त इलेक्ट्रिक चाक मशीनें दी जाएंगी। आवेदन की अंतिम तिथि 27 मई 2025 है। जानिए पात्रता, दस्तावेज और आवेदन प्रक्रिया।
अर्जुन वर्मा की रिपोर्ट
देवरिया, मिट्टी से हुनर गढ़ने वाले परंपरागत कुम्हारों के लिए राहत भरी खबर है। उत्तर प्रदेश माटीकला बोर्ड ने “समन्वित विकास कार्यक्रम योजना” के तहत कुम्हारों और माटी शिल्पियों को निःशुल्क विद्युत चालित चाक मशीनें देने का निर्णय लिया है। इस पहल का उद्देश्य न केवल कारीगरों की मेहनत को कम करना है, बल्कि उनकी उत्पादन क्षमता को कई गुना बढ़ाना भी है।
पात्रता और आवेदन प्रक्रिया
जिला ग्रामोद्योग अधिकारी वीरेंद्र प्रसाद के अनुसार, देवरिया जिले को वित्तीय वर्ष 2025-26 में 45 इलेक्ट्रिक चाक मशीनें वितरित करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए निम्नलिखित शर्तें तय की गई हैं:
- आवेदक की उम्र 18 से 55 वर्ष के बीच होनी चाहिए
- एक ही परिवार से केवल एक व्यक्ति को लाभ मिलेगा
- पहले से किसी सरकारी योजना के तहत चाक प्राप्त कर चुके व्यक्ति इस योजना के लिए अयोग्य माने जाएंगे।
जरूरी दस्तावेज
इच्छुक कुम्हार और माटी शिल्पी 27 मई 2025 तक upmatikalaboard.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के साथ निम्नलिखित दस्तावेज अनिवार्य हैं:
हालिया पासपोर्ट साइज फोटो, आधार कार्ड, राशन कार्ड, शैक्षिक योग्यता प्रमाण पत्र, ग्राम प्रधान द्वारा जारी निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र।
अधिक जानकारी के लिए
इस योजना से जुड़ी विस्तृत जानकारी हेतु जिला ग्रामोद्योग कार्यालय, जिला पंचायत भवन (प्रथम तल), देवरिया में संपर्क किया जा सकता है। यह योजना न केवल पारंपरिक माटीकला को आधुनिक तकनीक से जोड़ने का प्रयास है, बल्कि कुम्हार समाज को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।