इरफान अली लारी की रिपोर्ट
देवरिया जिले के लार विकास खंड के ग्राम बलुआ गौरी के निवासी स्वर्गीय कन्हैया लाल प्रसाद के पुत्र दिग्विजय कुमार ने शस्त्र सीमा बल (SSB) में हेड कांस्टेबल के पद पर चयनित होकर न केवल अपने गांव, बल्कि पूरे जिले का नाम रोशन किया है। दिग्विजय ने पूरे भारत में 30वीं रैंक प्राप्त की है, जो उनके कठिन परिश्रम और समर्पण का परिणाम है। इस उपलब्धि से क्षेत्र में उत्साह और गर्व का माहौल है।
दिग्विजय की प्रारंभिक शिक्षा ग्राम के ही प्राथमिक विद्यालय, बलुआ गौरी, लार में हुई थी। इसके बाद उन्होंने ओ.के.एम. इंटर कॉलेज, लार से हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की शिक्षा पूरी की। स्नातक की डिग्री उन्होंने राम राधिका डिग्री कॉलेज से प्राप्त की।
हालांकि, दिग्विजय का पारिवारिक आर्थिक स्थिति अत्यंत कमजोर थी, फिर भी उन्होंने कभी भी अपनी पढ़ाई से समझौता नहीं किया और हमेशा एकाग्रता के साथ अपनी शिक्षा पर ध्यान केंद्रित किया। कठिन परिस्थितियों के बावजूद उन्होंने अपने सपनों को साकार करने के लिए अथक प्रयास किया और आज शस्त्र सीमा बल में हेड कांस्टेबल के रूप में चयनित होकर यह साबित कर दिया कि दृढ़ संकल्प और मेहनत से किसी भी बाधा को पार किया जा सकता है।
दिग्विजय अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों को देते हैं, जिनकी प्रेरणा और मार्गदर्शन ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया। उनके चयन पर लार क्षेत्र के समाजसेवी, शिक्षक और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें बधाई दी है।
समाजसेवी साहू विशाल कुमार गुप्ता, शिक्षक संदीप यादव, विराट शर्मा, विनोद, निरंजन गोंड, अतुल, मनीष, पिंटू कुमार, विवेक और अन्य लोगों ने दिग्विजय की इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त करते हुए उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं दीं।
दिग्विजय की इस सफलता ने यह साबित कर दिया है कि अगर मन में दृढ़ संकल्प और मेहनत की लगन हो तो किसी भी प्रकार की बाधाएं लक्ष्य को प्राप्त करने में आड़े नहीं आ सकतीं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."