देवरिया में बिजली विभाग के सघन चेकिंग अभियान से रेलवे फीडर पर लाइन लॉस में 10% की कमी आई। 2360 कनेक्शनों की जांच, 35 पर मुकदमा और 1.72 करोड़ की राजस्व वसूली हुई। स्मार्ट मीटर और नए कनेक्शन भी जोड़े गए।
अर्जुन वर्मा की रिपोर्ट
देवरिया शहर के रामलीला मैदान स्थित 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्र के अंतर्गत रेलवे फीडर पर बिजली चोरी के चलते विभाग को हर माह भारी नुकसान उठाना पड़ रहा था। हालांकि, विभाग की सक्रियता और निरंतर चेकिंग अभियान की बदौलत अब इसमें उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
सघन चेकिंग से मिली सफलता
अधीक्षण अभियंता अमित कुमार सिंह के निर्देशन में एक संयुक्त टीम का गठन किया गया, जिसमें उपखंड अधिकारी चंद्रभूषण कुमार, विजिलेंस टीम और अवर अभियंता शशांक चौबे शामिल थे। इस टीम ने 15 अप्रैल से 11 मई तक अबूबकर नगर, बजाजी गली, आर्य समाज गली और बरहज गली जैसे क्षेत्रों में सघन चेकिंग अभियान चलाया।
महत्वपूर्ण उपलब्धियां
इस अभियान के दौरान रेलवे, भुजौली और हनुमान मंदिर फीडरों पर विशेष ध्यान दिया गया, जो पहले से ओवरलोड और बिजली चोरी के केंद्र बने हुए थे।
- कुल 2816 उपभोक्ताओं में से 2360 उपभोक्ताओं के परिसर की जांच की गई।
- 35 उपभोक्ताओं के खिलाफ बिजली चोरी और मीटर में छेड़छाड़ के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया।
- 170 उपभोक्ताओं का लोड वास्तविक खपत के अनुसार बढ़ाया गया।
- 980 स्मार्ट मीटर लगाए गए, जिससे पारदर्शिता बढ़ी।
- 35 नए कनेक्शन दिए गए, जिससे लोगों को वैध रूप से बिजली आपूर्ति मिली।
- अभियान के परिणामस्वरूप 1.72 करोड़ रुपये की राजस्व वसूली की गई।
लाइन लॉस में कमी
चेकिंग अभियान का सीधा असर लाइन लॉस पर भी पड़ा है। रेलवे फीडर पर लाइन लॉस में 10% की कमी आई है, जिससे विभाग को मासिक घाटे से राहत मिली है।
इस सघन अभियान से साफ है कि यदि विभागीय निगरानी और तकनीकी उपायों को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए, तो न केवल बिजली चोरी पर अंकुश लगाया जा सकता है, बल्कि राजस्व की स्थिति में भी उल्लेखनीय सुधार किया जा सकता है।