मऊ में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सहकारिता समिति की बैठक संपन्न, खाद्य व बीज की कालाबाजारी रोकने को लेकर सख्त निर्देश, बी-पैक्स समितियों के गठन व गोदाम निर्माण पर भी चर्चा।
जगदम्बा उपाध्याय की रिपोर्ट
मऊ: जनपद मऊ में सहकारिता व्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र की अध्यक्षता में जिला सहकारिता विकास समिति की बैठक कैंप कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक में कृषि से जुड़े तमाम विषयों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई, वहीं खाद्य व बीज की कालाबाजारी रोकने को लेकर भी सख्त दिशा-निर्देश जारी किए गए।
नवगठित बी-पैक्स समितियों का विस्तार
बैठक के दौरान सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता जगदीश वर्मा ने जानकारी दी कि शासन द्वारा जिले में कुल 10 बी-पैक्स समितियों के गठन का लक्ष्य तय किया गया था। इनमें से अब तक 6 समितियों का गठन हो चुका है। ये समितियां निम्नलिखित विकासखंडों में सक्रिय हो चुकी हैं:
कलाफनपुर (घोसी), सहुवारी (मोहम्मदाबाद गोहाना), चौबेपुर (कोपागंज), चैनपुर (रानीपुर), लाड़नपुर (कोपागंज), मंडूसरा (रानीपुर)।
इसके अतिरिक्त कोपा बाजार (कोपागंज) में एक और समिति के लिए भूमि चिन्हित कर आवंटन की प्रक्रिया जारी है।
खाद्य की उपलब्धता पर्याप्त, कालाबाजारी पर रहेगी सख्त निगरानी
बैठक में जिला कृषि अधिकारी सोमनाथ गुप्ता ने बताया कि जिले में खाद्य का भंडारण पर्याप्त मात्रा में है और किसानों को किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी।
इसके साथ ही जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि खाद्य और बीज केवल शासन द्वारा निर्धारित दरों पर ही बेचे जाएंगे। निर्धारित दर से अधिक पर बिक्री करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
गोदाम निर्माण के लिए भूमि चिन्हीकरण के निर्देश
जिलाधिकारी ने नवगठित बी-पैक्स समितियों के सचिवों को निर्देश दिए कि वे शीघ्र ही गोदाम निर्माण हेतु भूमि का चयन करें। इसके लिए कानूनगो, लेखपाल एवं एडीओ की एक टीम गठित करने के आदेश भी दिए गए। साथ ही उन्होंने सहायक आयुक्त को निर्देशित किया कि वे सभी उप जिलाधिकारी एवं तहसीलदारों के साथ समन्वय बैठक कर भूमि चिन्हीकरण की प्रक्रिया को शीघ्रता से पूर्ण कराएं।
किसानों की सुविधा सर्वोपरि—जिलाधिकारी का निर्देश
जिलाधिकारी ने दोहराया कि किसी भी दशा में खाद्य और बीज की कालाबाजारी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। किसानों को समय पर खाद, बीज एवं कृषि उपकरण उपलब्ध हों, इसके लिए संबंधित अधिकारी सतर्क रहें।
बैठक में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, जिला मत्स्य अधिकारी समेत समिति के अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे।