मऊ जनपद में मुख्यमंत्री डैशबोर्ड पर आधारित विकास कार्यों की मासिक समीक्षा बैठक जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र की अध्यक्षता में संपन्न हुई। रैंकिंग सुधार, आवास योजना, छात्रवृत्ति व फैमिली आईडी पर विशेष जोर दिया गया।
जगदम्बा उपाध्याय की रिपोर्ट
मऊ, उत्तर प्रदेश — कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री डैशबोर्ड आधारित विकास कार्यों की मासिक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण बैठक में विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई और रैंकिंग में सुधार के लिए कई अहम निर्देश जारी किए गए।
जनपद को प्रदेश में तीसरा स्थान, अधिकारी हुए सम्मानित
बैठक की शुरुआत में जिलाधिकारी ने अप्रैल माह में जनपद को प्रदेश स्तर पर तीसरा स्थान प्राप्त होने पर सभी विभागाध्यक्षों को बधाई दी। साथ ही, उन्होंने इस उपलब्धि को बनाए रखने और आगे प्रथम स्थान हासिल करने के लिए बेहतर कार्य करने की अपील की। उन्होंने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री डैशबोर्ड के माध्यम से सभी विकास योजनाओं की समीक्षा की जा रही है, जिसके आधार पर ही जनपद की रैंकिंग तय की जाती है।
विभागों को ग्रेडिंग सुधारने के निर्देश
जिलाधिकारी ने उन विभागों को विशेष निर्देश दिए जिनकी योजनाएं ए या ए प्लस ग्रेड में नहीं आ पाई हैं। उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारी और अधिक प्रयास कर योजनाओं की स्थिति में सुधार लाएं। उन्होंने अधिशासी अभियंता (विद्युत) को दैनिक विद्युत आपूर्ति में सुधार के निर्देश दिए, वहीं मुख्यमंत्री आवास योजना में बी ग्रेड को ए ग्रेड में लाने के लिए परियोजना निदेशक को लक्ष्य निर्धारित कर कार्य करने का निर्देश दिया।
परियोजना निदेशक रामबाबू त्रिपाठी ने बताया कि अब तक 4043 आवास पूर्ण हो चुके हैं और शेष 250 आवास पूर्ण होते ही जनपद को ए ग्रेड प्राप्त हो जाएगा।
छात्रवृत्ति, मत्स्य योजना और फैमिली आईडी पर भी फोकस
इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने छात्रवृत्ति योजना, पीएम मत्स्य योजना और फैमिली आईडी से संबंधित कार्यों में प्रगति लाकर जनपद की रैंकिंग को ए प्लस में बनाए रखने पर जोर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि जिन योजनाओं की रैंकिंग अभी जारी नहीं हुई है, वे जैसे ही जारी होती हैं, संबंधित अधिकारी तत्परता से कार्य करें, ताकि जनपद की छवि प्रदेश में और अधिक मजबूत हो। किसी भी प्रकार की लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई।
बैठक में मौजूद अधिकारी
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत नागर, जिला विकास अधिकारी उमेश चंद्र तिवारी, परियोजना निदेशक रामबाबू त्रिपाठी, डीसी मनरेगा उपेंद्र पाठक सहित समस्त खंड विकास अधिकारी एवं जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।