अखिलेश यादव ने लखनऊ में भाजपा पर जोरदार हमला करते हुए संविधान बचाने की अपील की। दलित उत्पीड़न, भूमि अधिग्रहण और बिहार चुनाव पर भी बोले। पढ़ें पूरी रिपोर्ट।
सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
लखनऊ – समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को राजधानी लखनऊ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अब वक्त आ गया है कि संविधान की रक्षा के लिए देश को एकजुट होना होगा।
अखिलेश ने कहा कि जो भी लोग डॉ. भीमराव अंबेडकर, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और शाहू जी महाराज के विचारों में विश्वास रखते हैं, उन्हें संविधान के मूल्यों की रक्षा के लिए मैदान में उतरना होगा। उन्होंने घोषणा की कि अब हर वर्ष संविधान दिवस को संविधान मान स्तंभ स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाएगा
🟨 “भाजपा संविधान का उपयोग सत्ता पाने के लिए करती है, फिर उसे ताक पर रख देती है”
भाजपा पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने कहा,
“भाजपा की निष्ठा संविधान में नहीं, बल्कि केवल सत्ता में है। यह लड़ाई ‘मैं बनाम हम’ की है। भाजपा का रवैया समाजवादी विचारधारा के विरोध में है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सत्ता में आने के बाद संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर कर रही है और जनता के अधिकारों का हनन कर रही है।
🟩 PDA बनाम NDA : “ये संघर्ष व्यक्ति बनाम समाज का है”
बात को आगे बढ़ाते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि आज देश में असल संघर्ष व्यक्ति बनाम समाज का है। उन्होंने अपनी बात स्पष्ट करते हुए कहा कि जहां एक ओर भाजपा और एनडीए जैसी ताकतें नकारात्मक सोच से ग्रस्त हैं, वहीं दूसरी ओर PDA (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) वर्ग के लोग सकारात्मक राजनीति की राह पर हैं।
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा,
> “NDA निगेटिव लोगों का गठबंधन है, जबकि PDA सकारात्मक सोच का प्रतीक है।”
🟥 “दलितों पर अत्याचार चरम पर, इटावा की घटना शर्मनाक”
दलित उत्पीड़न पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने इटावा में कथित रूप से एक दलित लड़की की चोटी काटे जाने और उस पर झूठे आरोप लगाने की घटना को उठाया। उन्होंने कहा कि यह एक पूर्व नियोजित षड्यंत्र था जो दो उपमुख्यमंत्रियों के इशारे पर किया गया।
उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा,
“अगर डोनाल्ड ट्रंप को इटावा की घटना का पता चल जाए, तो वे भी हैरान रह जाएंगे।”
🟦 “भाजपा जनता की ज़मीन हड़पना चाहती है” – भूमि अधिग्रहण पर हमला
गोरखपुर और अयोध्या में भूमि अधिग्रहण के मामलों पर भाजपा सरकार को घेरते हुए अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि सरकार सर्किल रेट में हेराफेरी करके लोगों की ज़मीनें हड़पने की साजिश कर रही है।
उन्होंने कहा कि पहले जब जमीन अधिग्रहित की गई थी, तब रेट नहीं बढ़ाया गया, लेकिन अब सरकार ने मनमाने ढंग से दरें बढ़ा दी हैं ताकि जनता को नुकसान और सत्ता को फायदा हो।
🟥 पुलिस और बुलडोजर की जोड़ी से लोकतंत्र पर वार
प्रदेश में पुलिस कार्यप्रणाली को लेकर भी अखिलेश ने भाजपा को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि अब पुलिस बुलडोजर लेकर चल रही है, ताकि विरोध को बलपूर्वक कुचला जा सके।
भाजपा नेताओं के कथनी-करनी में अंतर बताते हुए उन्होंने व्यंग्य किया,
“ये लोग खुद नॉनवेज खाते हैं और जनता को नैतिकता का पाठ पढ़ाते हैं।”
🟩 “बिहार में भाजपा की हार तय है” – तेजस्वी के साथ अखिलेश
बिहार की राजनीति पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने दावा किया कि आगामी चुनावों में भाजपा को वहां करारी हार मिलेगी। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी तेजस्वी यादव के साथ मिलकर भाजपा को हराएगी।
वीडियो कॉल विवाद पर सफाई देते हुए उन्होंने बताया कि तेज प्रताप यादव का फोन आया था, जिसे उन्होंने रिडायल किया। बातचीत पूरी तरह से राजनीतिक थी, और यह स्वाभाविक है।
🟥 ओपी राजभर पर तंज – “पहले समाजवादी थे, अब भाजपा की गोद में”
अखिलेश यादव ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओपी राजभर पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि
“राजभर कभी समाजवादी पार्टी के गुलाम थे, अब भाजपा की गोद में बैठ गए हैं।”
अंत में उन्होंने भाजपा की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह पार्टी केवल जाति-धर्म का झगड़ा फैलाकर असली मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने का काम कर रही है।
अखिलेश यादव का यह हमला न सिर्फ भाजपा की कार्यप्रणाली पर तीखा था, बल्कि यह एक राजनीतिक एजेंडा सेट करने की कोशिश भी था — जिसमें संविधान, दलित अधिकार, सामाजिक न्याय और भूमि अधिग्रहण जैसे मुद्दों को केंद्र में लाने का प्रयास किया गया। अब देखना यह होगा कि भाजपा इसका क्या जवाब देती है।