दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के हाथरस कांड के बाद 121 परिवारों के मातम का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है कि इसी बीच कानपुर में भी अंधविश्वास से जुड़े मामले सामने आने लगे हैं। अंध विश्वास के कारण ढोंगी बाबाओं की दुकानें खूब फल-फूल रही हैं। लोगों में इन ढोंगी बाबाओं के प्रति विश्वास इतना बढ़ता जा रहा है कि वे हाथरस जैसी घटनाओं का शिकार हो जाते हैं।
कानपुर देहात के एक छोटे से गांव चैन का पुरवा में भी ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां हरिओम नाम का एक ढोंगी बाबा अपना मायाजाल फैला चुका है। भोगनीपुर तहसील के बील्हापुर पंचायत के इस गांव में हरिओम बाबा आस्था के नाम पर अंधविश्वास फैला रहा है।
उसकी प्रसिद्धि इतनी है कि हजारों भक्त उसकी ओर खिंचे चले आते हैं, जबकि सुरक्षा के नाम पर वहां कुछ ही सेवादार मौजूद होते हैं। भीड़ इतनी अधिक हो जाती है कि कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
हरिओम बाबा का इलाज करने का तरीका भी काफी अजीब और अवैज्ञानिक है। वह बोतल में फूंक मारकर, तेल पर फूंक मारकर लोगों का इलाज करता है।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि बाबा हरिओम दावा करता है कि पानी पर फूंक मारने के बाद वह कैंसर और शुगर जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज कर सकता है।
बाबा के अनुयायी उसे ‘बोतल बाबा’ के नाम से भी जानते हैं। भोले-भाले ग्रामीण उसकी बातों में आकर अपनी परेशानियों के समाधान के लिए उसके पास पहुंचते हैं।
हरिओम बाबा का दावा है कि उसके दरबार में न केवल आसपास के जिलों के लोग, बल्कि दूर-दूराज के लोग भी अपनी समस्याएं लेकर आते हैं।
बाबा तेल, लौंग, और पानी पर फूंक मारकर उनकी समस्याएं दूर करने का दावा करता है। हालांकि, अगर हम तस्वीरों को गौर से देखें तो स्पष्ट होता है कि बाबा का असली काम पानी की बोतल, तेल की बोतल और लौंग की सप्लाई करना है।
इस प्रकार के अंधविश्वास और ढोंगी बाबाओं से सावधान रहना अत्यंत आवश्यक है ताकि कोई भी व्यक्ति इनके झांसे में आकर अपनी जान और धन की हानि न उठाए।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."