कानपुर में युवती को जबरन दोस्ती के लिए परेशान करने का मामला सामने आया है। विरोध करने पर आरोपी ने तेजाब फेंकने और अश्लील फोटो वायरल करने की धमकी दी। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
कानपुर से एक बार फिर शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवती को जबरन दोस्ती के लिए मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। मामला बर्रा थाना क्षेत्र का है, जहां पीड़िता ने रिश्तेदार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
क्या है मामला?
सूत्रों के अनुसार, पीड़िता बर्रा थाना क्षेत्र की रहने वाली है। उसने बताया कि उसका रिश्तेदार आरुष श्रीवास्तव कई महीनों से उसे परेशान कर रहा है। वह लगातार दोस्ती के लिए दबाव बना रहा था और विरोध करने पर तेजाब फेंकने और चेहरा जलाने की धमकी देने लगा।
पीछा, ब्लैकमेल और सोशल मीडिया पर धमकी
पीड़िता के अनुसार, आरुष आए दिन उसका पीछा करता है, जबरन बात करने की कोशिश करता है और मना करने पर गाली-गलौज व धमकियों पर उतर आता है। उसने कहा,
“मुझसे दोस्ती करो, नहीं तो तेजाब से चेहरा जला दूंगा।”
इतना ही नहीं, आरोपी ने युवती की तस्वीरों को एडिट करके अश्लील रूप में वायरल करने की धमकी भी दी है। सोशल मीडिया पर फर्जी इंस्टाग्राम आईडी बनाकर भी वह उसे लगातार मानसिक प्रताड़ना दे रहा है।
परिवार को भी मिल रही धमकी
इस पूरे घटनाक्रम से युवती ही नहीं, उसका पूरा परिवार दहशत में है। आरुष ने पीड़िता के परिजनों को भी जान से मारने की धमकी दी है। बताया जा रहा है कि वह पीड़िता के भाइयों के नाम से भी फर्जी अकाउंट बनाकर गालियां और धमकियां भेज रहा है।
पहले भी की गई थी शिकायत
गौरतलब है कि पीड़िता ने पहले भी गंगा मेला के दिन इसी मामले की शिकायत थाने में की थी, जिसके बाद आरोपी की मां ने लिखित माफी मांगी थी। हालांकि कुछ ही समय बाद आरुष ने फिर से वही हरकतें शुरू कर दीं।
पुलिस का बयान
बर्रा थाना प्रभारी नीरज ओझा ने बताया कि पीड़िता की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है।
“जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा,” उन्होंने कहा।
कानपुर जैसे बड़े शहर में इस तरह की घटनाएं ना सिर्फ कानून व्यवस्था पर सवाल उठाती हैं, बल्कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता भी बढ़ाती हैं। पुलिस को सख्ती से कार्रवाई करते हुए ऐसे अपराधियों को जल्द सज़ा दिलवानी चाहिए ताकि भविष्य में कोई और युवती इस तरह की प्रताड़ना का शिकार न हो।