कानपुर पुलिस ने फर्जी एसटीएफ गैंग का भंडाफोड़ करते हुए 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरोह का सरगना, ट्रैफिक सब-इंस्पेक्टर अजीत यादव, फरार है। जानिए पूरी घटना।
ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
कानपुर से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां पुलिस ने खुद को एसटीएफ अधिकारी बताने वाले एक फर्जी गैंग का भंडाफोड़ किया है। इस गैंग के पांच सदस्य गिरफ्तार किए गए हैं, जबकि इसका सरगना, ट्रैफिक सब-इंस्पेक्टर अजीत यादव, अभी भी फरार है।
फर्जी एसटीएफ बनकर करते थे वसूली
जानकारी के मुताबिक, यह गिरोह पुलिस की वर्दी पहनकर और कार पर हूटर लगाकर शहर में घूमता था। ये लोग फिल्मी अंदाज़ में छापेमारी करते और खुद को एसटीएफ बताकर लोगों से जबरन वसूली करते थे। पिछले कुछ दिनों में इन्होंने कई होटलों में छापे मारे और वहां मौजूद प्रेमी युगलों से अवैध वसूली की।
गिरोह में सरकारी विभागों से जुड़े लोग भी शामिल
गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों में एक होमगार्ड और पीआरडी में तैनात महिला भी शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक, गिरोह में कुल सात से आठ सदस्य हैं, जिन्होंने अब तक कई घटनाओं को अंजाम दिया है। डीसीपी पश्चिम दिनेश त्रिपाठी ने प्रेस वार्ता में बताया कि इन आरोपियों के पास से दो गाड़ियां, अवैध हथियार और मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।
मास्टरमाइंड अब भी फरार
इस पूरे फर्जी ऑपरेशन का मास्टरमाइंड अजीत यादव है, जो कानपुर ट्रैफिक विभाग में टीएसआई (ट्रैफिक सब-इंस्पेक्टर) के रूप में तैनात था। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
पुलिस की कड़ी कार्रवाई
डीसीपी पश्चिम के नेतृत्व में सर्विलांस टीम ने इस गैंग का पर्दाफाश किया। मामले में दो एफआईआर पहले ही दर्ज की जा चुकी थीं, जिसके बाद से पुलिस लगातार छानबीन में जुटी थी। अब आरोपियों पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।