इरफान अली लारी की रिपोर्ट
देवरिया : जिले के फतेहपुर हत्या कांड में शामिल आरोपियों के घरों पर कोई भी बड़ी कारवाई फिलहाल 9 अक्टूबर तक रोक दी गई है। 9 अक्टूबर को राजस्व विभाग की टीम फिर मौका मुआयना करेगी। उसके बाद ही कोई बड़ी कारवाई हो सकती है। आरोपी के अधिवक्ता के मुताबिक राजस्व विभाग द्वारा प्रेम के पिता के नाम तीन नोटिस जारी की गई है।
जमीनी विवाद में दूबे परिवार का नरसंहार
मालूम हो कि बीते 2 अक्टूबर को फतेहपुर गांव के लेहड़ा टोला में जमीनी विवाद को लेकर सत्य प्रकाश दुबे के घर के पास पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव की हत्या हुई। प्रेमचंद यादव की हत्या के प्रतिशोध में उमड़ी भीड़ ने सत्य प्रकाश दुबे समेत उनके परिवार के पांच लोगों की बड़ी बेरहमी से हत्या कर डाली। इस घटना में दोनों पक्षों से 33 नामजद और 50 अज्ञात लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज हुई है। इसमें से 20 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। गांव में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए चारों तरफ पुलिस तैनात है।
आरोपियों के घर लगी जमीन कब्जाने की नोटिस
इस हिंसा में शामिल आरोपियों पर सरकारी जमीन कब्जा करने की शिकायत पूर्व में की गई थी। शिकायत के आधार पर जिला प्रशासन ने आरोपियों के घरों की पैमाइश कराई थी। पैमाइश के दौरान तीन आरोपियों प्रेमचंद यादव के पिता राम भवन यादव, परमहंस यादव और गोरख यादव की मकान सरकारी जमीन होना पाया गया है। राजस्व विभाग की टीम में तीनों आरोपियों के घर पर धारा 67 के तहत नोटिस चस्पा कर दिया। 7 अक्टूबर को नोटिस का जवाब देने की तारीख तय थी।
आरोपी पक्ष की मांग पर 9 अक्टूबर को दुबारा होगी पैमाइश
आरोपी पक्ष के वकील गोपीनाथ यादव नोटिस के विरुद्ध आपत्ति दर्ज कराई। जिसमें उन्होंने दुबारा पैमाइश करने और आरोपियों की मकान निजी भूमि पर होने की बात कही है। आपत्ति के जवाब में तहसील प्रशासन द्वारा 9 अक्टूबर को दोबारा मौका मुआयना की तारीख तय की गई है। राजस्व विभाग की टीम 9 अक्टूबर को गांव में जायेगी और आरोपियों द्वारा किए गए अवैध अतिक्रमण का मुआयना करेगी। उसके बाद ही कोई बड़ी कारवाई हो सकती है।
Author: samachar
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