मोहन द्विवेदी की खास रिपोर्ट
सीमा हैदर पिछले एक महीने से देश में सनसनी बनी हुई है। मीडिया में वो पूरी तरह छाई हुई है। पाकिस्तान की रहने वाली एक कम पढ़ी लिखी लड़की ऑनलाइन गेम पबजी के जरिए नोएडा के रहने वाले एक लड़के के करीब आती है। दोनों में दोस्ती होती है और फिर वो पाकिस्तान में सबकुछ छोड़कर अपने प्यार के लिए भारत चली आती है। अपने चार बच्चों के साथ वो नेपाल के रास्ते हमारी देश की सीमा में एंट्री भी ले लेती है और किसी को कानों कान खबर नहीं होती।
पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर (Seema Haider) और ग्रेटर नोएडा के रहने वाले सचिन से यूपी एटीएस (UP ATS) की टीम लगातार दूसरे दिन भी पूछताछ की। मंगलवार को एटीएस की टीम ने लगातार 9 घंटे तक पूछताछ की। पूछताछ के बाद सीमा, सचिन और अपने बच्चों के साथ एटीएस के ऑफिस से बाहर आई। माना जा रहा है कि कल फिर सीमा हैदर से एटीएस की टीम पूछताछ कर सकती है। बता दें कि सोमवार को भी सीमा से एटीएस की टीम ने लगातार आठ घंटे पूछताछ की थी।
मंगलवार सुबह करीब 8 बजकर 40 मिनट पर एटीएस की टीम सचिन के घर पहुंच गई थी। सुबह एटीएस की सीमा के साथ सचिन के पिता को लेकर सेक्टर 58 एटीएस दफ्तर पहुंची थी। वहीं सोमवार को हुए पूछताछ के बाद सचिन को टीम ने एटीएस सेफ हॉउस में रखा था। जबकि सीमा और सचिन के पिता को रबूपुरा छोड़कर आई थी। मंगलवार के पूछताछ में भी कई जानकारियां निकल सामने आई है। फिलहाल 9 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद एटीएस की टीम दफ्तर से सीमा को लेकर निकल गई।
5 बातें बताती हैं पाक-साफ नहीं सीमा हैदर की नीयत
सचिन से नहीं पाकिस्तान से है सीमा हैदर को प्यार!
छुपकर वो अपने अपने प्रेमी सचिन मीणा के घर महीनों तक रहती है। पाकिस्तान की लड़की देश की राजधानी दिल्ली से महज चंद किलोमीटर की दूरी पर रहती होती है, लेकिन किसी को कुछ नहीं बताती। क्या उसे डर नहीं लग रहा था। अगर इसका प्रेमी वकील के पास न गया होता और उस वकील ने पुलिस को खबर न दी होती तो ये लड़की इसी तरह न जाने कितने और दिन अपनी पहचान छुपाने में कामयाब हो जाती। जब इस लड़की की हकीकत सामने आती है तो ये मीडिया के सामने ऐसा नाटक करती है कि देखने वाला दंग रह जाए। लोगों को लगता है कि ये सच में प्यार की खातिर यहां चली आई है, लेकिन इसी नाटक को अगर आप ध्यान से देखें तो इसकी हकीकत खुद-ब-खुद सामने आ जाएगी।
- सीमा हैदर की बोली-भाषा
सीमा हैदर ने खुद को पाकिस्तान की रहने वाली एक गरीब लड़की बताया। पाकिस्तान में हर शख्स उर्दू बोलता है। हिंदी का पाकिस्तान में दूर-दूर तक नाता नहीं है, लेकिन इसी लड़की की भाषा में कहीं भी उर्दू नहीं झलकती। इसके शब्दों में कहीं भी उर्दू के लफ्जों का इस्तेमाल नहीं होता। क्या ये संभव है कि महज चंद महीनों में सालों तक पाकिस्तान में रही एक गरीब लड़की की भाषा पूरी तरह से बदल जाए। वो हिंदी के ऐसे मुश्किल शब्दों का इस्तेमाल करती है जिन्हें बिना पढ़े लिखे जानना संभव ही नहीं है।
- पाकिस्तानी सिम, 4 मोबाइल
सीमा हैदर के पास से पुलिस को 4 नए मोबाइल फोन, एक पाकिस्तानी सिम कार्ड, 2 कैसेट बरामद हुए हैं। सवाल ये है कि एक बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली लड़की कैसे अपने पास 4-4 मोबाइल रख सकती है। सबसे बड़ी बात सीमा हैदर को चार मोबाइल की जरूरत ही क्यों पड़ी है। क्यों उसके पास मौजूद एक मोबाइल टूटा हुआ है। सबसे बड़ी बात चार मोबाइल होने के बावजूद क्यों उसने नेपाल से सचिन मीणा को फोन करने के लिए पब्लिक फोन का इस्तेमाल किया। ये सारे सवाल उसे शक के दायरे में डालते हैं।
- इंग्लिश लिख-पढ़ सकती है 5वीं पास
सीमा हैदर से दो दिन से पूछताछ चल रही है। अब ये सच सामने आया है कि खुद को पांचवी पास बताने वाली ये लड़की काफी अच्छी इंग्लिश जानती है। ये कैसे हो सकता है कि पाकिस्तान में पांचवीं पढ़ी एक लड़की को अंग्रेजी का अच्छा ज्ञान हो। पांचवीं पढी सीमा हैदर न सिर्फ अंग्रेजी बोल लेती है बल्कि लिख पढ़ भी लेती है।
- सचिन मीणा को ही क्यों चुना?
ये भी एक सवाल लगातार खड़ा हो रहा है कि सीमा हैदर ने सचिन मीणा को ही क्यों चुना। तेज तर्रार सीमा हैदर के मुकाबले सचिन मीणा काफी लो प्रोफाइल है और सचिन मीणा को अपनी बातों में फंसाना सीमा के लिए काफी आसान था। इसके अलावा एक और बात थी सचिन का घर देश की राजधानी दिल्ली से काफी करीब है। ऐसे में सीमा के लिए अपने काम को अंजाम देना आसान है।
- पाकिस्तान के आर्मी परिवार से है सीमा हैदर
खुद को एकदम गरीब परिवार से बताने वाली सीमा हैदर पाकिस्तान के आर्मी बैकग्राउंड से ताल्लुक रखती है। पुख्ता सबूत मिले है कि सीमा हैदर का भाई और उसका चाचा दोनों पाकिस्तानी आर्मी में हैं। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और वहां की आर्मी अक्सर भारत के खिलाफ मिलकर साजिश रचते हैं। ये बिल्कुल संभव है कि ये भी एक साजिश रची गई हो।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."