सुशील कुमार मिश्रा के साथ राधेश्याम प्रजापति की रिपोर्ट
बांदा/चित्रकूट/सतना/पन्ना – उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश की सीमा पर एक बार फिर दस्यु गतिविधियों की आशंका गहराने लगी है। कुख्यात डकैत कुकुरखवा उर्फ राजेश पटेल ने करीब 10 सदस्यीय नया गिरोह तैयार कर लिया है, जिसमें महिलाएं भी शामिलयूपी-एमपी सीमा के घने जंगलों में सक्रिय बताया जा रहा है।
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एमपी में दबाव, यूपी में शरण की आशंका
दरअसल, बीते दो महीनों से यह गिरोह मध्य प्रदेश के सतना और पन्ना जिलों में सक्रिय था। लेकिन जैसे-जैसे एमपी पुलिस ने कांबिंग ऑपरेशन तेज किया, वैसे ही यह गिरोह उत्तर प्रदेश की सीमा की ओर खिसकने लगा। यही कारण है कि अब बांदा और चित्रकूट पुलिस ने सीमा क्षेत्रों में कड़ी निगरानी और सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
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ललित गिरोह से रहा है गहरा नाता
सूत्रों के मुताबिक, राजेश पटेल उर्फ कुकुरखवा पहले से ही कुख्यात डकैत ललित गिरोह का हिस्सा रहा है। उसका संबंध ठोकिया उर्फ अंबिका डकैत से भी है, जो उसका मौसेरा भाई बताया जा रहा है।
तेंदूपत्ता वसूली से बनाई फंडिंग, अब सक्रिय गिरोह के साथ जंगलों में
बताया जाता है कि कुकुरखवा ने तेंदूपत्ता तोड़ाई के दौरान ठेकेदारों और फड़ मुंशियों से मोटी रकम वसूली थी। उसी पैसे का इस्तेमाल कर उसने पुराने साथियों को दोबारा जोड़ा और नया गिरोह बना लिया।
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ग्रामीण को अगवा कर चुके हैं दस्यु, पुलिस के दबाव में छोड़ा
कुछ समय पूर्व पन्ना जिले के ब्रजपुर थाना क्षेत्र में इस गिरोह ने एक ग्रामीण को अगवा कर लिया था। हालांकि ग्रामीण किसी तरह दस्युओं की गिरफ्त से भागने में सफल रहा। एमपी पुलिस ने दावा किया था कि पुलिस के दबाव के चलते दस्युओं ने उसे छोड़ दिया।
यूपी पुलिस हाई अलर्ट पर, फतेहगंज सहित सीमावर्ती गांवों में तलाशी
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इस संभावित खतरे को देखते हुए बांदा और चित्रकूट पुलिस ने अलर्ट मोड में गश्त और तलाशी शुरू कर दी है। फतेहगंज के जंगलों में कुछ संदिग्ध गतिविधियों की सूचना भी मिली थी, जिसके बाद भारी पुलिस बल के साथ कांबिंग ऑपरेशन चलाया गया। हालांकि अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
बांदा के एसपी पलाश बंसल ने बताया कि,
“एमपी पुलिस द्वारा फतेहगंज क्षेत्र में गिरोह के छिपे होने की आशंका जताई गई थी। तत्काल तलाशी अभियान चलाया गया लेकिन कोई पुष्टि नहीं हुई। फिर भी सीमावर्ती क्षेत्रों में गश्त और सर्च ऑपरेशन जारी हैं।”
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चित्रकूट के एसपी अरुण कुमार सिंह ने कहा,
“हमारे इलाके में कोई भी दस्यु सिर नहीं उठा पाएगा। एमपी बार्डर पर पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है।”
एमपी पुलिस का दावा: दिल्ली में है कुकुरखवा
इस बीच सतना के पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता ने चौंकाने वाला दावा करते हुए कहा कि,
“गिरोह की जानकारी जरूर मिली थी, लेकिन हमारी जांच में सामने आया कि राजेश पटेल उर्फ कुकुरखवा इस वक्त दिल्ली में है। एमपी की सीमा पर अभी कोई दस्यु गतिविधि नहीं चल रही।”
बांदा, चित्रकूट, सतना और पन्ना के बीहड़ जंगल एक बार फिर दहशत की गिरफ्त में आ सकते हैं। हालांकि पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर है और कांबिंग ऑपरेशन तेज कर दिए गए हैं, लेकिन डकैत गिरोह की मौजूदगी की पुष्टि न होना पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है।
आगे यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह नया गिरोह पुराने बीहड़ों की दहशत को फिर से जिंदा करेगा या पुलिस समय रहते इस पर नकेल कसने में कामयाब होगी।