सहेवा गांव में हुए व्यापक विकास कार्यों के पीछे सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी की मेहनत और प्रतिबद्धता है। समाजसेवी सुमित शुक्ला ने उनकी सराहना करते हुए उन्हें गांव के लिए वरदान बताया है। पढ़िए पूरी रिपोर्ट।
संतोष कुमार सोनी के साथ सुशील कुमार मिश्रा की रिपोर्ट
बांदा। सहेवा गांव के लिए सदर विधायक श्री प्रकाश द्विवेदी किसी वरदान से कम नहीं हैं। यह कहना है समाजसेवी सुमित शुक्ला का, जिन्होंने विधायक द्वारा कराए गए विकास कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि आज सहेवा गांव में जो परिवर्तन देखने को मिल रहा है, वह पूरी तरह विधायक जी की दूरदर्शिता और जनसेवा के प्रति समर्पण का परिणाम है।
दरअसल, 2017 से पहले क्षेत्र में आम धारणा थी कि जनप्रतिनिधि केवल चुनाव के समय ही नजर आते हैं। किंतु, विधायक प्रकाश द्विवेदी ने इस सोच को पूरी तरह बदल दिया। उन्होंने न सिर्फ जनता के सुख-दुख में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, बल्कि समय-समय पर जनता दरबार लगाकर और गांवों में चौपाल के माध्यम से जनसमस्याएं सुनकर उनका समाधान भी सुनिश्चित किया।
जर्जर सड़कों से पक्के रास्तों तक का सफर
समाजसेवी सुमित शुक्ला ने बताया कि विकासखंड महुआ के अंतर्गत आने वाला सहेवा गांव कभी कच्ची और जर्जर सड़कों के लिए जाना जाता था। बरसात के मौसम में यह गांव बाहरी संपर्क से कट सा जाता था। लेकिन आज हालात पूरी तरह बदल चुके हैं। विधायक प्रकाश द्विवेदी के अथक प्रयासों से सहेवा सहित क्षेत्र के गांवों में पक्की सड़कों का जाल बिछ चुका है।
इसके साथ ही, कई पुराने मार्गों का नवीनीकरण कर गांव की तस्वीर ही बदल दी गई है। उल्लेखनीय है कि सहेवा से जमरेही, सहेवा से घुरौंडा, सहेवा से जखनी, और जखनी से जमरेही तक की सड़कों का निर्माण और सुधार कार्य भी विधायक जी की पहल से ही संभव हो पाया।
जनसेवा के प्रति समर्पण
इसके अतिरिक्त, विधायक जी का जनता से सीधा संवाद और उनकी समस्याओं के प्रति संवेदनशीलता उन्हें अन्य जनप्रतिनिधियों से अलग बनाती है। वे निरंतर जनसमस्याओं के समाधान के लिए सक्रिय रहते हैं, चाहे वह सड़क हो, बिजली-पानी हो या स्वास्थ्य सेवाएं।
समाजसेवी सुमित शुक्ला ने कहा कि विधायक जी के कार्यों की जितनी भी प्रशंसा की जाए, कम है। वे वास्तव में इस क्षेत्र के लिए वरदान स्वरूप हैं। सहेवा गांव के लोग स्वयं को भाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें ऐसा विकासशील जनप्रतिनिधि मिला है।