उत्तर प्रदेश में आंधी और आकाशीय बिजली का कहर, 24 घंटे में 25 लोगों की मौत। प्रयागराज में एक ही परिवार के चार लोग जिंदा जले। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राहत और मुआवज़े के निर्देश दिए।
नौशाद अली की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश में मौसम की मार ने एक बार फिर जनजीवन को झकझोर दिया है। बीते 24 घंटों में आंधी और आकाशीय बिजली की घटनाओं ने भयावह रूप ले लिया, जिससे प्रदेशभर में 25 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। सबसे हृदयविदारक घटना प्रयागराज जिले में सामने आई, जहां एक ही परिवार के चार सदस्य जलकर मौत के घाट उतर गए।
प्रयागराज में मची तबाही, एक ही परिवार के चार लोग जिंदा जले
राहत आयुक्त कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, प्रयागराज के बारा तहसील अंतर्गत सोनबरसा हल्लाबोल गांव में शनिवार रात एक दर्दनाक हादसा हुआ। यहां वीरेंद्र वनवासी (35), उनकी पत्नी पार्वती (32) और दो बेटियां—राधा (3) और करिश्मा (2)—एक मड़ई में सो रहे थे।
इसी दौरान, तेज आंधी और बारिश के बीच आकाशीय बिजली सीधे उनकी मड़ई पर गिरी, जिससे वह धू-धू कर जलने लगी। आग इतनी तेज थी कि परिवार के पास बचने का कोई मौका नहीं था। चारों की मौत मौके पर ही हो गई।
जौनपुर और गोरखपुर में भी कहर
उधर, जौनपुर जिले के चंदवक थाना क्षेत्र में रविवार शाम तेज बारिश और बिजली गिरने से दो सगे भाइयों समेत पांच लोगों की जान चली गई। वहीं, गोरखपुर के सहजनवां क्षेत्र के भरपही गांव में आम बीनने गए बच्चों पर बिजली गिर गई। हादसे में एक 10 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई जबकि दो अन्य बच्चे झुलस गए।
गोरखपुर की ही दूसरी घटना सरहरी के पास सियारामपुर गांव की है, जहां खेत जा रही माधुरी (32) पर बिजली गिरने से उसकी भी जान चली गई।
अन्य जिलों से भी दर्दनाक खबरें
राज्य के अन्य हिस्सों से भी बिजली गिरने की घटनाएं दर्ज हुईं। कानपुर देहात, कुशीनगर, लखनऊ, हरदोई, झांसी, जालौन और संभल जिलों में एक-एक व्यक्ति की जान गई है। इसके अलावा, बरेली, बिजनौर, ललितपुर और गोरखपुर में दो-दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।
सीएम योगी ने जताया दुख, दिए राहत के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन हादसों पर गहरा शोक जताया है और पीड़ित परिवारों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी है कि सभी घायलों का समुचित उपचार सुनिश्चित किया जाए और प्रभावित परिवारों को समय पर आर्थिक मुआवज़ा प्रदान किया जाए।
उत्तर प्रदेश में प्री-मॉनसून की शुरुआत तबाही लेकर आई है। एक ओर राहत की बारिश, तो दूसरी ओर जानलेवा बिजली गिरने की घटनाएं चिंता का विषय हैं। ऐसे में प्रशासन की सक्रियता और नागरिकों की सतर्कता ही इस आपदा से निपटने में सहायक हो सकती है।