उत्तर भारत में भीषण गर्मी का कहर जारी है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान में अगले 5 दिन तक तापमान 47 डिग्री तक पहुंचने की आशंका है। जानिए मौसम विभाग और स्काईमेट वेदर का ताज़ा पूर्वानुमान।
नौशाद अली की रिपोर्ट
उत्तर भारत में जून की शुरुआत के साथ ही तापमान आसमान छूने लगा है। रविवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस और हीट इंडेक्स 47.2 डिग्री तक पहुंच गया, जिससे लोगों को चिलचिलाती धूप और गर्म हवाओं का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों तक उत्तर भारत के अधिकतर हिस्सों में भीषण गर्मी और लू का अलर्ट जारी किया है।
दिल्ली-एनसीआर: गर्मी से बेहाल, बारिश की उम्मीद 12 जून के बाद
दिल्लीवासियों को अगले कुछ दिनों तक राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार, 12 जून के बाद आसमान में बादल छा सकते हैं और बारिश की संभावना जताई गई है। हालांकि, फिलहाल आसमान साफ रहेगा और बीच-बीच में 30 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से धूल भरी हवाएं चल सकती हैं।
स्काईमेट वेदर ने अनुमान जताया है कि इस साल मानसून 24-25 जून के आसपास दिल्ली में दस्तक देगा। अमूमन यह 27 जून तक पहुंचता है।
उत्तर प्रदेश: बढ़ेगा तापमान, 11 जून से हल्की बारिश की संभावना
उत्तर प्रदेश में भी मौसम पूरी तरह शुष्क बना हुआ है। दिन और रात के तापमान में लगातार इजाफा हो रहा है। लखनऊ में सोमवार से शनिवार तक अधिकतम तापमान 38.6 से 42.5 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। हालांकि, 11 जून के बाद प्रदेश के कई जिलों में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश संभावित है।
राजस्थान: लू का रेड अलर्ट, श्रीगंगानगर बना ‘तंदूर’
राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में रविवार को तापमान 47.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो देश का सबसे गर्म स्थान रहा। बीकानेर संभाग में 11 जून तक तापमान 45 से 47 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है। मौसम विभाग ने कुछ इलाकों में लू चलने की चेतावनी दी है।
बिहार: तीन दिन और झुलसाएगी गर्मी, फिर हो सकती है राहत
बिहार में भी अगले तीन दिनों तक गर्मी का प्रकोप जारी रहेगा। हालांकि, मौसम विभाग ने राज्य के 14 जिलों में आंशिक बादल और हल्की बूंदाबांदी की संभावना जताई है, जिससे कुछ हद तक राहत मिल सकती है।
पहाड़ी राज्य: फिलहाल शांति, लेकिन 11 से 13 जून के बीच भारी बारिश का अनुमान
जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में अभी गर्मी मध्यम स्तर की है, लेकिन 11 से 13 जून के बीच भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। पर्यटकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
पूर्वोत्तर भारत: बाढ़ से राहत, लेकिन ब्रह्मपुत्र अब भी खतरे के निशान पर
असम सहित पूर्वोत्तर के कई राज्यों में बाढ़ की स्थिति में आंशिक सुधार हुआ है, लेकिन ब्रह्मपुत्र नदी अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। अब तक राज्य में 23 लोगों की मौत हो चुकी है और 36,000 से अधिक लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं।
वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI): सेहत पर भारी गर्मी के साथ प्रदूषण भी
SAFAR-India के अनुसार, दिल्ली सहित कई महानगरों में AQI 200-300 के बीच रिकॉर्ड किया जा रहा है, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है। इससे विशेषकर बुजुर्ग, बच्चे और अस्थमा मरीजों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
भारत का जलवायु परिदृश्य: विविधता और चुनौती दोनों
भारत का मौसम विविधताओं से भरा हुआ है—जहां एक ओर पहाड़ी राज्यों में सर्दी में तापमान शून्य से नीचे चला जाता है, वहीं दूसरी ओर राजस्थान और दिल्ली जैसे मैदानी क्षेत्रों में गर्मियों में तापमान 45 से 50 डिग्री तक पहुंच जाता है। यही विविधता भारत की मौसम प्रणाली को जटिल और चुनौतीपूर्ण बनाती है।