हरदोई में पेट्रोल पंप पर सीएनजी भरवाते समय युवती द्वारा रिवाल्वर तानने की घटना का वीडियो वायरल। पुलिस ने आरोपी युवती के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू की। जानिए पूरी घटना।
ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
हरदोई(उत्तर प्रदेश), उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक युवती ने फिल्मी अंदाज में पेट्रोल पंप कर्मी पर रिवाल्वर तान दी। यह मामला बिलग्राम थाना क्षेत्र स्थित एक पेट्रोल पंप का है, जहां सीएनजी रिफिलिंग के दौरान हुई कहासुनी ने अचानक ही खतरनाक मोड़ ले लिया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसके आधार पर पुलिस ने युवती के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
मामला क्या है?
पेट्रोल पंप कर्मी रजनीश के अनुसार, वह रोज की तरह वाहनों में सीएनजी भर रहा था। इस दौरान शाहाबाद के मोहल्ला गिगियानी निवासी एहसान खान अपने परिवार के साथ अपनी कार में सीएनजी भरवाने पहुंचे। सुरक्षा मानकों के तहत, पंप कर्मियों ने यात्रियों से कार से उतरने का आग्रह किया, लेकिन इस पर खान परिवार ने नाराजगी जताई और कर्मियों से अभद्रता शुरू कर दी।
युवती ने सीने पर तानी रिवाल्वर
इसी बीच, एहसान खान की पुत्री अरीबा ने गुस्से में आकर अपने पास रखी लाइसेंसी रिवाल्वर एक कर्मचारी के सीने पर सटा दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अरीबा ने धमकी दी कि “इतनी गोलियां मारूंगी कि घरवाले पहचान भी नहीं पाएंगे।” हालांकि, मौके पर मौजूद एक शख्स ने हस्तक्षेप करते हुए अरीबा को वहां से हटाया और विवाद को टालने की कोशिश की।
कर्मचारियों में भय का माहौल
इस अप्रत्याशित घटना से पेट्रोल पंप पर कार्यरत कर्मचारी दहशत में हैं। उनका कहना है कि इस तरह की घटनाएं न केवल उनकी सुरक्षा के लिए खतरा हैं, बल्कि सीएनजी जैसे संवेदनशील क्षेत्र में काम करने वालों के लिए गंभीर चिंता का विषय हैं।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
हरदोई के पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन ने बताया कि पीड़ित कर्मी रमेश द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र और वायरल वीडियो के आधार पर अरीबा, पुत्री एहसान खान के खिलाफ आर्म्स एक्ट सहित आईपीसी की सुसंगत धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और आवश्यक कानूनी कार्यवाही की जा रही है।
इस घटना ने यह साफ कर दिया है कि सार्वजनिक स्थलों पर असलहों का इस्तेमाल किस हद तक खतरनाक हो सकता है। सुरक्षा की दृष्टि से यह एक गंभीर मामला है, जिससे न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े होते हैं, बल्कि आम नागरिकों में भी असुरक्षा की भावना उत्पन्न होती है।