बबेरू (बांदा) में घरेलू विवाद और आर्थिक तंगी से परेशान मजदूर ने जंगल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक को बेटियों की शादी की चिंता थी। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
सोनू करवरिया की रिपोर्ट
बबेरू(बांदा): घरेलू विवाद और आर्थिक तंगी से जूझ रहे एक मजदूर ने जंगल में बबूल के पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह हृदयविदारक घटना बबेरू कस्बे के जमुनिहा पुरवा की है, जहां 50 वर्षीय अमित उर्फ नंदराम ने मानसिक तनाव के चलते अपनी जीवनलीला समाप्त कर दी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मंगलवार देर रात पारिवारिक विवाद के बाद अमित का अपनी पत्नी से झगड़ा हो गया। इससे आहत होकर वह घर से बाहर चला गया। इस दौरान उसने अपनी बड़ी बेटी, जो ससुराल में रह रही है, को फोन कर बताया कि वह अब और नहीं सह सकता और आत्महत्या करने जा रहा है। इसके बाद उसने अपना मोबाइल बंद कर लिया।
स्वजन ने जैसे ही यह बात सुनी, वह घबरा गए और उसकी तलाश में निकल पड़े। काफी खोजबीन के बाद वे जब पास के जंगल में पहुंचे, तो वहां का मंजर दिल दहला देने वाला था। अमित का शव एक बबूल के पेड़ से लटका हुआ मिला।
बेटियों की शादी और आर्थिक बोझ ने बढ़ाई चिंता
अमित के परिवार में चार बेटियां और दो बेटे हैं। इनमें से अब तक केवल एक बेटी और एक बेटे की शादी हो पाई थी। बाकी तीन बेटियों की शादी को लेकर वह बेहद चिंतित रहता था। मजदूरी कर किसी तरह परिवार चला रहा था।
पत्नी बिट्टी का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने बताया कि पति हर रोज मेहनत-मजदूरी करके बच्चों का पेट पालता था। अब उसके जाने के बाद घर की जिम्मेदारियां और भी बढ़ गई हैं। दुख के मारे कई बार वह बेहोश हो गईं।
पुलिस व फोरेंसिक टीम ने जुटाए साक्ष्य
मौके पर पहुंची पुलिस और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए हैं। मामले की जांच की जा रही है। कस्बा इंचार्ज जयचंद्र ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की वजह पारिवारिक कलह प्रतीत हो रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो सकेगी।