शाहजहांपुर में लव जिहाद का बड़ा मामला सामने आया है, जिसमें मुस्लिम युवक ने हिंदू बनकर युवतियों को फंसाया, फिर दुष्कर्म, धर्मांतरण और जबरन गर्भपात किया। पुलिस पर लापरवाही के आरोप, हिंदू संगठनों का विरोध प्रदर्शन।
ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
शाहजहांपुर | शाहजहांपुर जिले में एक बेहद गंभीर और सनसनीखेज मामला सामने आया है। एक युवक ने फर्जी हिंदू पहचान के साथ सोशल मीडिया पर कई हिंदू युवतियों को प्रेमजाल में फंसाया, फिर उनके साथ दुष्कर्म, ब्लैकमेलिंग, जबरन गर्भपात और धर्म परिवर्तन का दबाव डाला। मामले के खुलासे के बाद जिले में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।
सोशल मीडिया पर फर्जी पहचान से हुई दोस्ती, फिर शादी का झांसा देकर दुष्कर्म
पीड़िता के अनुसार, लगभग दो वर्ष पूर्व उसकी दोस्ती सोशल मीडिया के माध्यम से ‘शिव वर्मा’ नामक एक युवक से हुई। कुछ समय बाद युवक ने उसका विश्वास जीत लिया और शादी का वादा करके शारीरिक संबंध बनाए। लेकिन बाद में पता चला कि उसका असली नाम मोहम्मद नावेद उर्फ कासिब पठान है और वह मुस्लिम समुदाय से है।
ब्लैकमेलिंग और वीडियो वायरल करने की धमकी
पीड़िता का आरोप है कि आरोपी ने उसके अंतरंग पलों का वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। उसने बार-बार धमकी दी कि अगर उसने विरोध किया तो वीडियो वायरल कर देगा। इसके साथ ही उसने उस पर इस्लाम धर्म अपनाने का भी दबाव बनाना शुरू किया।
मोबाइल की जांच में मिले कई लड़कियों के आपत्तिजनक वीडियो
इस पूरे मामले की गंभीरता तब और बढ़ गई जब आरोपी के मोबाइल की जांच की गई। जांच में सामने आया कि आरोपी कासिब, उसका भाई कैफ, और एक अन्य युवक अखिल पुत्र फिरोज उर्फ गुड्डू मिलकर एक संगठित साजिश के तहत हिंदू लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाकर उनका यौन शोषण और धर्म परिवर्तन करवा रहे थे।
मोबाइल में कई अन्य लड़कियों की आपत्तिजनक तस्वीरें और वीडियो भी पाए गए हैं, जो इस गिरोह की गतिविधियों को उजागर करते हैं।
गर्भवती होने पर मारपीट कर जबरन कराया गर्भपात
सबसे हृदयविदारक जानकारी यह है कि जब पीड़िता गर्भवती हो गई, तो आरोपी और उसके परिवार ने मिलकर उस पर अबॉर्शन का दबाव डाला। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की गई, और पेट में लात मारने से तीन महीने का गर्भ गिर गया। इसके बाद पीड़िता से जबरन मुस्लिम धर्म अपनाने को कहा गया और जान से मारने की धमकी भी दी गई।
जिले में तनाव, हिंदू संगठनों का विरोध प्रदर्शन
मामले के सामने आते ही जिले में हड़कंप मच गया। हिंदूवादी संगठनों ने कोतवाली के बाहर प्रदर्शन करते हुए पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। संगठनों ने मांग की है कि सभी आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।
पुलिस जांच के घेरे में, प्रशासन पर बढ़ा दबाव
वर्तमान में यह मामला प्रशासन और पुलिस के लिए एक बड़ी परीक्षा बन चुका है। चूंकि मामला सांप्रदायिक तनाव का कारण बन सकता है, इसलिए प्रशासन पर दबाव है कि वह तत्काल, निष्पक्ष और सख्त कार्रवाई करे।
यह मामला एक व्यक्ति द्वारा की गई आपराधिक हरकत से कहीं आगे निकल चुका है। इसमें संगठित रूप से लड़कियों को निशाना बनाया गया, उनके साथ धोखाधड़ी, दुष्कर्म और मानसिक उत्पीड़न किया गया। यदि आरोप सही साबित होते हैं, तो यह राष्ट्रीय स्तर की जांच का विषय बन सकता है।