चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां पुलिस ने मोबाइल टावर से राउटर चोरी कर उन्हें विदेशों में बेचने वाले एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह के सदस्यों की आर्थिक स्थिति पहले काफी कमजोर थी, लेकिन अचानक करोड़ों की संपत्ति के मालिक बन गए। यहां तक कि एक करोड़ की जमीन खरीदने तक की हिम्मत कर ली। जब पुलिस ने इनके धन कमाने की ट्रिक का पता लगाया, तो अधिकारी भी दंग रह गए।
गिरोह का पर्दाफाश, पांच आरोपी गिरफ्तार
शाहजहांपुर पुलिस ने इस गिरोह का भंडाफोड़ कर पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से मोबाइल टावरों से चोरी किए गए पांच राउटर, सात मोबाइल और एक जीप बरामद की गई है। इस गिरोह का मास्टरमाइंड ब्रजनंदन नामक युवक है, जो वाराणसी का रहने वाला है और एक बहुराष्ट्रीय कंपनी विप्रो में सात साल तक काम कर चुका है। नौकरी छोड़ने के बाद उसने मुंबई में अपनी खुद की कंपनी खोली और एक टीम बनाकर मोबाइल टावरों से राउटर चोरी करने का गोरखधंधा शुरू कर दिया।
आरोपियों की पहचान और नेटवर्क का खुलासा
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए अन्य आरोपियों में शामिल हैं:
1. राजेश कुमार – कासगंज निवासी
2. प्रीत कुमार – सीतापुर निवासी
3. सर्वेश – सीतापुर निवासी
4. कुलदीप – सीतापुर निवासी
ये सभी आरोपी ब्रजनंदन के साथ मिलकर देशभर में मोबाइल टावरों से राउटर चुराते थे और फिर उन्हें मुंबई स्थित ऑफिस के जरिए विदेशों में भेजते थे।
कैसे करता था गिरोह काम?
जांच में पता चला है कि ब्रजनंदन ने मुंबई में एक कंपनी खोली थी, जहां एक करोड़ रुपए की कीमत वाली राउटर टेस्टिंग मशीन लगाई गई थी। गिरोह के सदस्य चोरी किए गए राउटर को कूरियर के जरिए मुंबई भेजते थे। वहां से ये राउटर अमेरिका, ब्रिटेन और हांगकांग जैसे देशों में बेचे जाते थे। इस अवैध कारोबार के जरिए गिरोह ने करोड़ों रुपए कमाए।
अवैध कमाई से खरीदी एक करोड़ की जमीन
आरोपियों ने वाराणसी में एक करोड़ रुपए की जमीन भी खरीदी, जहां उन्होंने राउटर टेस्टिंग के लिए विशेष मशीनें स्थापित की थीं। इस कारोबार से ये लोग रातोंरात करोड़पति बन गए, लेकिन इनकी लग्जरी लाइफस्टाइल ने पुलिस का ध्यान खींचा, जिसके बाद छानबीन शुरू हुई।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
शाहजहांपुर पुलिस के एसपी राजेश एस ने बताया कि गिरोह के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है और आरोपियों के बैंक खातों को सीज करने की प्रक्रिया चल रही है। इसके अलावा, पुलिस गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की भी तलाश कर रही है।
स्थानीय लोगों में चर्चा का विषय बना मामला
इस हाई-प्रोफाइल चोरी और करोड़ों की अवैध कमाई का मामला स्थानीय लोगों में चर्चा का विषय बन गया है। लोग इस बात से हैरान हैं कि कैसे एक गरीब युवक ने हाई-टेक ठगी का ऐसा जाल बिछाया कि करोड़ों की कमाई कर ली।
अब देखना यह होगा कि इस अंतरराष्ट्रीय रैकेट के और कौन-कौन से बड़े राज खुलते हैं और पुलिस इस मामले में आगे क्या कदम उठाती है।
Author: मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की