उत्तर प्रदेश में छांगुर बाबा के नाम से बदनाम कथित धर्मगुरु का पर्दाफाश, पीड़ित लड़कियों ने लगाए 5000 से अधिक धर्मांतरण, यौन शोषण और ISI कनेक्शन के आरोप। प्रेस कांफ्रेंस में खुली पुलिस की मिलीभगत और डरावनी सच्चाई।
चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सोमवार का दिन सनसनीखेज खुलासों से भर गया, जब कई पीड़ित लड़कियां सामने आकर छांगुर बाबा नामक कथित धर्मगुरु की घिनौनी करतूतों को देश के सामने लाईं। चेहरे पर दुपट्टा, कांपती आवाज़ और आंखों में वर्षों का दर्द लिए इन लड़कियों ने जो कहा, वो सिर्फ एक अपराध नहीं बल्कि एक गहरी साजिश का संकेत देता है।
सोशल मीडिया से शुरू, शोषण और धर्मांतरण तक की कहानी
सबसे पहले, यह समझना जरूरी है कि छांगुर बाबा की करतूतें कोई आकस्मिक घटनाएं नहीं थीं। यह एक संगठित गिरोह की तरह काम कर रहा था, जो खासतौर पर सोशल मीडिया के जरिए मासूम लड़कियों को निशाना बनाता था।
लखनऊ की एक पीड़िता ने बताया कि कैसे उसे पहले प्यार का झांसा दिया गया, फिर झूठे वादों के जरिए धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया गया। आरोपी युवक ने खुद को राजू राठौर बताया लेकिन असल में वो राशिद निकला। इतना ही नहीं, उसे सऊदी अरब ले जाकर नौकरी का लालच दिया गया और वहां पर यौन शोषण की गई।
5000 से ज्यादा लड़कियों का किया गया धर्मांतरण
इन खुलासों में सबसे चौंकाने वाला दावा यह था कि अब तक 5000 से अधिक लड़कियों को इस गिरोह ने निशाना बनाकर अवैध रूप से धर्मांतरण कराया है। प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद पीड़िताओं ने यह भी बताया कि यह कोई एक व्यक्ति की करतूत नहीं बल्कि एक संगठित सिंडिकेट है, जिसकी जड़ें नेपाल तक फैली हैं।
नेपाल के जरिए ISI से संपर्क की बात ने इस मामले को न केवल सामाजिक बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से भी गंभीर बना दिया है।

पुलिस पर गंभीर आरोप, 22 लाख की घूस और चुप्पी
जहां एक तरफ लड़कियां इंसाफ की गुहार लगा रही थीं, वहीं दूसरी तरफ उन्होंने पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल उठाए।
एक पीड़िता ने आरोप लगाया कि रेप के लिए पुलिस तक को पैसे दिए गए। “नीचे से ऊपर तक सब बिका हुआ है,” उसने कहा। मिठाई के डिब्बों में 22 लाख रुपये रिश्वत के तौर पर बांटे गए, लेकिन हमें कोई मदद नहीं मिली।
ताबीज, झूठी पहचान और ब्लैकमेलिंग
औरैया की रहने वाली एक लड़की ने बताया कि एक व्यक्ति ने पहले उसके परिवार को झांसे में लिया, फिर धीरे-धीरे घर में पैठ बनाकर उसके अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करना शुरू किया। आरोपी मेराज अंसारी का सीधा कनेक्शन छांगुर बाबा से बताया गया।
एक और डरावनी बात यह सामने आई कि कैसे लड़कियों को जबरन ताबीज पहनाया गया और नकली नामों से अस्पतालों में भर्ती कराकर उनकी पहचान बदल दी गई।
न्याय की आस में आंखें: मुख्यमंत्री से गुहार
प्रेस कांफ्रेंस के अंत में, सभी पीड़िताओं ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हाथ जोड़कर अपील की –
“हमें बचा लीजिए योगी जी, हमें इंसाफ चाहिए।”
लड़कियों का कहना है कि घर वापसी करने के बाद उन्हें लगातार धमकियां मिल रही हैं, उनकी जान को खतरा है और छांगुर बाबा का नेटवर्क अब भी सक्रिय है।
इन सनसनीखेज खुलासों ने छांगुर बाबा के नाम पर चल रहे कथित आध्यात्मिक और सामाजिक कार्यों की असली सूरत को उजागर कर दिया है।
जहां एक ओर यह मामला अवैध धर्मांतरण और यौन शोषण से जुड़ा है, वहीं इसके जरिए भारत की सुरक्षा और समाज की जड़ों को खोखला करने की बड़ी साजिश भी सामने आई है।
अब देखना होगा कि प्रशासन इस गंदे नेटवर्क पर कब तक और कितनी सख्ती से कार्रवाई करता है।