आलेख और प्रस्तुति – अनिल अनूप
“छांगुर बाबा की डिजिटल चिमटा कथा”
सुनिए भाइयों और बहनों, और ओ बाबूजी—
ये कहानी है एक ऐसे संत की…
जो ‘लाइफ़ कोच’ भी है और ‘साइबर फरेबी’ भी,
जिसके पास भगवा है, बैलेंस है, और भक्तों की लंबी लाइन है।
नाम है — छांगुर बाबा उर्फ़ Paytm पुराणाचार्य!
नोट: ये व्यंग्य है, क्रांति मत समझिएगा।
अध्याय 1
छांगुर की चप्पल और चमक
(स्थान: पूर्वांचल, भाषा: भोजपुरी)
भोजपुरिया इलाके के गँवई स्कूल में एक दिन मास्टर जी बोले:
“बच्चा लोग, IAS बनीं, IPS बनीं… तबे आगे बढ़ी।”
लेकिन छांगुरवा के दिमाग में कुछ आउर चल रहल रहे।
ऊ बोलल —
“हम त अब बाबा बनी… और नोट गिनी!”
अब देखिए कमाल —
आज ऊ बाबा है, कल तक छत्ता फूटा चप्पल था।
आज चैनलों पर चिलम चमकाता है,
कल तक भैंस के नीचे बाल्टी पकड़ता था।
गाँव के बुजुर्ग बोले —
“ई कइसन बाबा ह, जे Paypal के बटन से आशिर्वाद भेजता!”
छांगुर हँस के बोला —
“बाबा डिजिटल हो गइल बा… भक्त भी डिजिटल हो गइल बा!”
अध्याय 2:
दाढ़ी, डोनेशन और डकार
(स्थान: हरियाणा, भाषा: देसी हरयाणवी)
अब ताऊ-बुआ से सुनिए छांगुर की चमत्कारी कथा—
ताऊ बोले —
“रे छोरे, यो बाबा तो बिन हल चलाए खेत काढ ले। सारा नोट धरती के नीचे ना, Paytm में उगावे।”
बुआ बोली —
“बाबा ने तो घी छोड, अब बिटकॉइन की मलाई चखी सै।”
छांगुर बाबा के कर्मकांडी कंटेंट क्रिएटर आश्रम में पंहुचते ही भक्तों से कहा जाता—
“डोनेशन दो, मुक्ति लो। और जो UPI से भेजेगा, उसे सीधे स्वर्ग का Fast Track मिलेगा!”
एक बार किसी भक्त ने केवल 11 रुपये भेजे—
बाबा ने Zoom कॉल पे घूरते हुए कहा—
“ये क्या मज़ाक है बालक? 11 रुपये में मोक्ष मिलेगा या मोमफली?”
अध्याय 3:
गोड़ मालिश और गूगल फॉर्म
(स्थान: बंगाल, भाषा: बंगला मिश्रित हिंदी)
एक बंगाली भक्त, नाम तपन दा, पूछे—
“बाबा, एई कृपा कोत्ते पारेन की?”
बाबा बोले —
“ई गोड़ दबाओ, कृपा अपने आप Google Form में फिल हो जाएगा।”
तपन दा ने आस्था से बाबा का पैर दबाया।
बाबा बोले —
“अब OTP बताओ, जिससे कृपा Confirm हो।”
तपन दा बोले —
“ओ रे बाबा! ई तो मोने नाई छीलो जे कृपा अब डिजिटली वेरिफाइ होबे!”
अध्याय 4:
मुंबई मंडली और माया
(स्थान: महाराष्ट्र, भाषा: मराठी मिश्रित हिंदी)
मुंबई की महिला मंडल ने बाबा को बुलाया।
बाबा ने एकदम ओटीटी स्टाइल में एंट्री मारी।
पैर में केसरिया क्रोक्स, हाथ में iPad, और गले में तुलसी की जगह AirPods!
एक काकू बोली —
“बाबा, आमचा ग्रह नक्षत्र उलट चाल चालतोय।”
बाबा बोले —
“ग्रह तो ठीक चल रहा है काकू… तुमचं UPI रद्दी आहे!”
अध्याय 5:
दक्षिण की दिशा
(स्थान: तमिलनाडु, भाषा: तमिल-हिंग्लिश टोन)
चेन्नई में बाबा का एक भक्त बोला —
“Swamiji, my aura is disturbed. Can you do chakra realignment?”
बाबा बोले —
“First pay chakra fees. Then I align your wifi, chakra and EMI—all together.”
अध्याय 6:
पंजाब की पैक कृपा
(स्थान: संगरूर, पंजाब, भाषा: पंजाबी)
भेली औरत बोली —
“बाबा ताँ चिट्टा तां नी बेचदा, पर कृपा ताँ पूरा ट्रक च बेचन वाला ऐ जी!”
नौजवान हँस के बोला —
“ओ हो! बाबा दे पाठ नहीं, Payment Plans चलदे ने – Bronze, Silver, ते Gold कृपा पैक!”
अध्याय 7:
डोगरी डिटॉक्स आश्रम
(स्थान: कटरा, जम्मू, भाषा: डोगरी)
बुज़ुर्ग चौधरी बोले —
“छांगुर ताँ मंतर भी WhatsApp पे करदा ऐ, ते पाप वी ओनलाइन माफ करदा ऐ!”
नौजवान बोले —
“बाबा जी, तुसी ताँ Google Map च स्वर्ग दा Location वी दिखा दित्ता!”
अध्याय 8:
हिमाचल की ‘नकली’ तपस्या
(स्थान: मंडी, हिमाचल प्रदेश, भाषा: पहाड़ी मिश्रित कांगड़ी)
बुजुर्ग बोले —
“ओ छांगुर बाबा एड़ा भी धूर्त निकल्या! ऐ ते पंडित ना, फंडिएया हो गया!”
औरत बोली —
“रोज़ खेतां में टपर-टपर करां, और बाबा मोबाइल थामे ओनलाइन कृपा बेचे?”
अंतिम अध्याय:
यूपी का DSP और छांगुर का ‘FIR’
भक्तों ने जब पूछा—
“बाबा, जब आप करोड़ों में खेल रहे हैं, तो कोई रोकता नहीं?”
बाबा बोले —
“मेरी कृपा है— पुलिस और पॉलिटिक्स दोनों पे Equal Distribution!”
पर भइया, मोक्ष की तरह कानून भी कभी-कभी देर से आता है…
DSP आया, छांगुर को उठाया, और बोला
“अब जेल में जा के Zoom ध्यान करना, बाबा!”
छांगुर मुस्कुराया और बोला —
“बाबा तो फिर भी ट्रेंड कर जाएगा… #InstaJailSaint!”
गाँव के बुड्ढा बोले —
“ई लो, मेहनत से खेती करो, त सरकार खेत बिकवा दे।
और बाबा?
UPI से कृपा बेच के, UAPA में फँस गया!”
बिहारी चाचा बोले —
“ई छांगुरवा तो ठग निकसल, लेकिन एक ठो बात सिखा गइल—
आजकल मोक्ष भी QR कोड से मिलता है!”
“सीख:”
मेहनत करो, मेहनत से भागो मत।
बाबा बनने से बेहतर है— बाबू बनो।
और कृपा चाहिए तो…
माँ-बाप का आशीर्वाद भरोसेमंद QR कोड है।
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