आजमगढ़ में मण्डलायुक्त विवेक की अध्यक्षता में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को मिली कड़ी चेतावनी। वृक्षारोपण, पेंशन, शिक्षा, स्वास्थ्य और डाटा फीडिंग को लेकर दिए गए अहम निर्देश।
जगदम्बा उपाध्याय की रिपोर्ट
आजमगढ़। मण्डलायुक्त विवेक की अध्यक्षता में आजमगढ़ में आयोजित विकास कार्यों की समीक्षा बैठक कई अहम निर्देशों और कार्रवाईयों के लिए चर्चा में रही। बैठक में मण्डलायुक्त ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वृक्षारोपण कार्यक्रम को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा कि “सभी विभाग तत्काल स्थल चयन और गड्ढा खुदाई का कार्य पूर्ण कराएं, ताकि समय से पौधारोपण सुनिश्चित किया जा सके।” साथ ही, पौधों के रखरखाव और सामाजिक वनीकरण कार्यक्रम की नियमित समीक्षा के भी निर्देश दिए गए।
इस दौरान कई विभागों की कार्यशैली पर भी सवाल उठे। लोक निर्माण विभाग द्वारा गलत डाटा फीडिंग किए जाने पर मण्डलायुक्त ने नाराजगी जताई और अधिशासी अभियंता से तत्काल स्पष्टीकरण माँगा। वहीं, आईसीडीएस की रिपोर्ट में पाई गई विसंगतियों को गंभीरता से लेते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी से भी जवाब तलब किया गया।
इसके अतिरिक्त, बलिया और मऊ में निराश्रित महिला पेंशन के आवेदनों की प्रक्रिया में बाधा डालने पर महिला कल्याण विभाग के उप निदेशक का एक दिन का वेतन रोकने और उनसे भी स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया गया।
बैठक में बलिया जिले में पर्यटन विभाग की धीमी प्रगति को लेकर मण्डलायुक्त ने कार्यदायी संस्था पर कार्रवाई की संस्तुति दी।
मण्डलायुक्त ने पं. दीनदयाल उपाध्याय सोलर स्ट्रीट लाइट योजना को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए तत्काल कार्ययोजना तैयार करने, त्रुटिरहित डाटा फीडिंग, फैमिली आईडी की प्रभावी समीक्षा, शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और स्कूलों में छात्रों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए।
बैठक में आजमगढ़ के जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार, मऊ के जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र, मुख्य विकास अधिकारी और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।