आजमगढ़ में समाजवादी पार्टी की मासिक बैठक में इंजीनियर सुनील यादव और लल्लन चौहान का भव्य स्वागत हुआ। हवलदार यादव ने भाजपा पर आरक्षण खत्म करने और फर्जी वोट बढ़ाने की साजिश का आरोप लगाया। बैठक में कानून-व्यवस्था और विकास के मुद्दों पर भी उठी चिंताएं।
जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट
आजमगढ़ के समाजवादी पार्टी कार्यालय में आयोजित मासिक बैठक ने राजनीतिक हलचलों को नया आयाम दिया। इस बैठक का मुख्य आकर्षण इंजीनियर सुनील यादव (उद्यमी व समाजसेवी) और लल्लन चौहान जैसे जनप्रिय चेहरों का पार्टी में औपचारिक स्वागत रहा। फूल-मालाओं से स्वागत करते हुए पार्टी पदाधिकारियों ने इन नेताओं को समाजवादी विचारधारा की मजबूती का नया आधार बताया।
राजनीतिक विस्तार की दिशा में एक और कदम
बैठक की अध्यक्षता कर रहे सपा के जिला अध्यक्ष हवलदार यादव ने कहा कि इन नवागंतुकों के पार्टी में आने से समाजवादी कुनबा और अधिक सशक्त होगा। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी का उद्देश्य सिर्फ सत्ता प्राप्ति नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग की आवाज बनना है।
भाजपा पर तीखा हमला: “आरक्षण खत्म करने की साजिश”
भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए हवलदार यादव ने कहा,
“भाजपा पिछड़े, दलित और मुस्लिम समाज के खिलाफ एक सोची-समझी रणनीति पर काम कर रही है। सरकारी संस्थाओं को निजी हाथों में सौंपकर आरक्षण को खत्म करने की साजिश रची जा रही है।”
इसके साथ ही उन्होंने महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की बदहाली और चिकित्सा सेवाओं की बदहाल स्थिति को लेकर प्रदेश और केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया।
फर्जी वोट और मतदाता सूची का मुद्दा उठा
हवलदार यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा बिहार में फर्जी वोट बढ़ाने की साजिश कर रही है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे गांव-गांव जाकर मतदाता सूची में नाम जुड़वाने की प्रक्रिया को मजबूत करें और भाजपा की साजिशों को नाकाम करें।
संगठित स्वर: कानून-व्यवस्था पर नेताओं ने उठाए सवाल
बैठक को संबोधित करते हुए विधायक अखिलेश यादव, बेचई सरोज, कमलाकांत राजभर और पूजा सरोज ने प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि
“आज प्रदेश में लूट, हत्या, जमीन कब्जा और महिलाओं के खिलाफ अपराधों की बाढ़ सी आ गई है। जाति विशेष के अपराधी बेखौफ हैं और महिलाएं असुरक्षित।”
इन नेताओं ने कहा कि विकास कार्यों के लिए बार-बार अनुरोध करने पर भी सरकार से कोई सहायता नहीं मिल रही, जो लोकतंत्र के लिए एक खतरनाक संकेत है।
नेताओं और कार्यकर्ताओं की भारी मौजूदगी
बैठक में जिले भर के प्रमुख नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे। पूर्व सांसद नंदकिशोर यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष विजय यादव, अब्दुल्ला, रामप्यारे यादव, डॉ. हरिराम यादव, जगदीश यादव, अशोक यादव भोला, लालचंद यादव, कैफी आजमी, प्रेम यादव, डॉ. अनीता चौधरी, शिवनारायण सिंह बाबा सहित अनेक नाम शामिल रहे।
यह उपस्थिति इस बात का संकेत थी कि पार्टी आगामी चुनावों के लिए पूरी तरह से संगठित और सजग हो चुकी है।