जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट
वायरल अश्लील वीडियो मामले में भारतीय जनता पार्टी ने रसड़ा चीनी मिल के चेयरमैन बब्बन सिंह रघुवंशी को पार्टी से निष्कासित कर दिया। रघुवंशी ने इस घटना को राजनीतिक साजिश बताया है। पढ़ें पूरी खबर।
बलिया (उत्तर प्रदेश)। सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे एक विवादित वीडियो ने रसड़ा चीनी मिल सहकारी संघ के चेयरमैन बब्बन सिंह रघुवंशी की राजनीतिक ज़मीन हिला दी है। भारतीय जनता पार्टी ने इस वीडियो को गंभीरता से लेते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
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पार्टी से निष्कासन की पुष्टि
भाजपा के प्रदेश महामंत्री एवं मुख्यालय प्रभारी गोविंद नारायण शुक्ल द्वारा जारी आधिकारिक पत्र में स्पष्ट किया गया है कि बब्बन सिंह के वायरल वीडियो और उनके वक्तव्यों से पार्टी की छवि को गहरा आघात पहुंचा है। साथ ही यह भी उल्लेख किया गया कि यह आचरण अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। परिणामस्वरूप, प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर रघुवंशी को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
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वायरल वीडियो ने मचाया बवाल
इस वीडियो में बब्बन सिंह रघुवंशी को एक किन्नर के साथ कथित रूप से अश्लील हरकतें करते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में किन्नर उनके सामने डांस कर रहा है और रघुवंशी उसे अपमानित करते नज़र आ रहे हैं। जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। हालांकि, टीवी9 भारतवर्ष ने इस वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं की है।
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सफाई में बोले बब्बन सिंह
विवाद के तूल पकड़ने के बाद बब्बन सिंह रघुवंशी ने मीडिया के सामने आकर अपनी सफाई दी। उन्होंने कहा कि यह वीडियो तकरीबन 20 दिन पुराना है, जब वह दुर्गीपुर के ग्राम प्रधान राजेश सिंह की बरात में बिहार गए थे। उन्होंने बताया कि बरात में किन्नरों का डांस चल रहा था और उसी दौरान यह वीडियो शूट किया गया।
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राजनीतिक साजिश का आरोप
रघुवंशी ने पूरे मामले को एक सुनियोजित राजनीतिक साजिश करार दिया। उनका कहना है कि यह षड्यंत्र भाजपा विधायक केतकी सिंह द्वारा रचा गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक और परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के बीच आपसी सामंजस्य की कमी के कारण उन्हें निशाना बनाया गया।
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मंत्री दयाशंकर सिंह की प्रतिक्रिया
इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि उनका बब्बन सिंह रघुवंशी से कोई निजी संबंध नहीं है और उन्हें इस पूरे प्रकरण की जानकारी तक नहीं थी। उन्होंने कहा कि यह उनके खिलाफ एक निराधार आरोप है और वह इससे कोई सरोकार नहीं रखते।
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सियासत गरमाई, कार्रवाई तेज
इस विवाद ने भाजपा के भीतर ही राजनीतिक भूचाल पैदा कर दिया है। जहां एक ओर पार्टी ने अपनी छवि को बचाने के लिए तत्काल कार्रवाई की, वहीं दूसरी ओर रघुवंशी के आरोपों ने पार्टी के आंतरिक मतभेदों की ओर भी इशारा किया है। अब देखना यह होगा कि यह विवाद किस दिशा में आगे बढ़ता है, और क्या वाकई इसके पीछे कोई गहरी साजिश है या यह एक व्यक्तिगत लापरवाही का नतीजा।
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बब्बन सिंह रघुवंशी का निष्कासन केवल एक वीडियो विवाद तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भाजपा के भीतर राजनीतिक खींचतान और गुटबाजी की संभावनाओं को भी उजागर करता है। हालांकि पार्टी ने तेज़ी से निर्णय लेते हुए अपनी छवि को संभालने का प्रयास किया है, लेकिन यह मामला यहीं थमता नज़र नहीं आ रहा।