अखिलेश यादव ने बलिया दौरे के दौरान विवादित पोस्टर पर अपनी राय दी, पाकिस्तान के खतरे पर बात की, और बीजेपी पर आंतकी हमलों को लेकर तीखा हमला किया। पढ़ें पूरी रिपोर्ट।
जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने हाल ही में बलिया दौरे के दौरान कई ज्वलंत मुद्दों पर अपनी राय जाहिर की। उन्होंने मीडिया से बातचीत में न केवल विवादित पोस्टर पर प्रतिक्रिया दी, बल्कि पाकिस्तान से जुड़ी परिस्थितियों और बीजेपी पर भी तीखे हमले किए।
पोस्टर विवाद पर क्या बोले अखिलेश यादव?
गोंडा में समाजवादी पार्टी की तरफ से लगाए गए पोस्टर में बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की तुलना अखिलेश यादव से की गई थी। इस पोस्टर को लेकर सियासी विवाद खड़ा हो गया था। अखिलेश यादव ने इस पर अपनी नाराजगी जताते हुए कहा, “यह सीधे तौर पर बाबा साहेब का अपमान है। यह गलती लोहिया वाणी संगठन के जिलाध्यक्ष लालचंद गौतम की है। मैं उनसे व्यक्तिगत रूप से बात करूंगा और यह सुनिश्चित करूंगा कि भविष्य में ऐसी गलती न हो।”
भाजपा की तीखी प्रतिक्रिया
पोस्टर विवाद पर भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। भाजपा सांसद रवि किशन ने इस मामले पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, “यह बाबा साहेब का घोर अपमान है। सपा ने वोट बैंक की राजनीति के तहत अपनी तुलना बाबा साहेब अंबेडकर से करने की कोशिश की है।” बहराइच में भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस पोस्टर के विरोध में प्रदर्शन किया, और इसे बाबा साहेब व दलित समाज का अपमान बताया।
पाकिस्तान के खतरे पर अखिलेश यादव की चिंता
बलिया में अखिलेश यादव ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के बयान पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “देश इस वक्त सरकार के साथ खड़ा है, लेकिन यह समर्थन केवल पार्टी के लिए नहीं, बल्कि राष्ट्र की सुरक्षा के लिए है। सरकार को इस विषय में गंभीरता से ठोस निर्णय लेना चाहिए।” इसके साथ ही उन्होंने भारत-पाकिस्तान के पानी आपूर्ति समझौतों को रद्द किए जाने पर चिंता जताई और कहा कि यह कदम बिना तैयारी के लिया गया कदम न साबित हो।
बीजेपी पर आतंकी हमलों को लेकर हमला
आतंकी हमलों पर बीजेपी को घेरते हुए अखिलेश यादव ने कहा, “पुलवामा और पहलगाम हमलों के संदर्भ में बीजेपी से कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिल रहा। जनता अब सच जानना चाहती है।” उन्होंने कहा कि सरकार के फैसले कूटनीतिक थे, जैसे पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजने का निर्णय। यह कोई दिखावा नहीं था, बल्कि एक गंभीर और जरूरी कूटनीतिक प्रक्रिया का हिस्सा था।
बलिया दौरे के दौरान अखिलेश यादव ने अपने बयानों से सियासत में और गरमी ला दी। उन्होंने पोस्टर विवाद, पाकिस्तान से जुड़ी चिंताओं, और बीजेपी पर सवाल उठाते हुए सरकार के फैसलों पर अपनी राय व्यक्त की। यह चर्चा राजनीतिक मैदान में और भी तेज़ होने वाली है, क्योंकि हर मुद्दा नई बहस को जन्म दे रहा है।