अब्दुल मोबीन सिद्दीकी की रिपोर्ट
बलरामपुर जिले के तुलसीपुर स्थित शक्तिपीठ देवीपाटन मंदिर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ब्रह्मलीन महंत महेंद्र नाथ योगी की 24वीं पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने ब्रह्मलीन महंत को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए उनके जीवन और समाज कल्याण के लिए किए गए कार्यों को स्मरण किया।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि महंत महेंद्र नाथ योगी का जीवन लोक कल्याण के प्रति समर्पित रहा। उन्होंने इस क्षेत्र, जिले और संत समाज के लिए अनेक कार्य किए। उनकी शिक्षाएं और उनके द्वारा किए गए कार्य आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देते रहेंगे। उन्होंने कहा, “जिसने जन्म लिया है, उसे एक समय के बाद मृत्यु को प्राप्त होना है। यही जीवन की सच्चाई है। इन दो पलों के बीच जो समय मिलता है, उसमें मनुष्य को अच्छे कार्य करने चाहिए, ताकि समाज उन्हें हमेशा याद रखे।”
सनातन धर्म की रक्षा पर जोर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की एकता और अखंडता पर जोर देते हुए कहा कि भारत की आत्मा सनातन धर्म में निहित है। उन्होंने कहा, “जो लोग सनातन धर्म के विरोधी हैं, वे देश को कमजोर करना चाहते हैं। यदि सनातन धर्म कमजोर होगा, तो भारत कमजोर होगा और इसका असर मानवता पर भी पड़ेगा।” उन्होंने सभी से आग्रह किया कि जहां कहीं भी समाज में भेदभाव या अन्याय हो, उसे समय रहते दूर करें। उन्होंने जाति, छुआछूत, धर्मांतरण और गौहत्या जैसे राष्ट्रविरोधी कार्यों के प्रति सतर्क रहने की अपील की।
थारू छात्रावास का उद्घाटन
महंत महेंद्र नाथ योगी द्वारा वर्ष 1993 में थारू छात्रों के लिए देवीपाटन मंदिर परिसर में एक नि:शुल्क छात्रावास की स्थापना की गई थी, जहां बच्चों को भोजन और शिक्षा की सुविधा दी जाती थी। छात्रावास का भवन जर्जर हो गया था। इस अवसर पर बीसीएम चीनी मिल ग्रुप द्वारा मंदिर परिसर में नवनिर्मित छात्रावास भवन का मुख्यमंत्री ने उद्घाटन किया।
श्रद्धांजलि और पूजन कार्यक्रम
ब्रह्मलीन महंत की पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित सात दिवसीय श्रीराम कथा का समापन 21 नवंबर को हुआ। बुधवार शाम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देवीपाटन मंदिर पहुंचे और मां पाटेश्वरी के दर्शन-पूजन के बाद कथा में शामिल हुए। उन्होंने महंत महेंद्र नाथ योगी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्रह्मलीन महंत ने लोककल्याण के मार्ग पर चलते हुए समाज को एकजुट करने का कार्य किया। उनके दिखाए रास्ते पर चलकर समाज के हर व्यक्ति को सनातन धर्म को मजबूत करने और लोककल्याण के कार्यों में जुटने की आवश्यकता है।
गुरुवार को मुख्यमंत्री ने देवीपाटन मंदिर में रात्रि विश्राम के बाद लखनऊ के लिए प्रस्थान किया।