अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार द्वारा अपराधियों और माफियाओं के खिलाफ चलाए जा रहे बुलडोजर अभियान को लेकर राजनीतिक माहौल गरमा गया है। इस मुद्दे पर सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के बीच तीखी बयानबाजी हो रही है।
हाल ही में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इस अभियान पर सवाल उठाते हुए सरकार को आड़े हाथों लिया, जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी तीखा पलटवार किया।
अखिलेश यादव का बयान : 2027 में बुलडोजर गोरखपुर भेजेंगे
मंगलवार को समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि यदि उनकी पार्टी 2027 में सत्ता में आती है, तो वे प्रदेश के सभी बुलडोजर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विधानसभा क्षेत्र गोरखपुर की ओर रवाना करेंगे। अखिलेश यादव का कहना था, “2027 में सत्ता में आते ही सबसे पहले प्रदेश के सभी बुलडोजर गोरखपुर की तरफ रवाना किए जाएंगे।”
सीएम योगी का पलटवार : बुलडोजर चलाने के लिए हिम्मत चाहिए
बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव के इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि बुलडोजर चलाने के लिए हिम्मत, बुद्धि, और संकल्प की आवश्यकता होती है, और यह चीजें अखिलेश यादव में नहीं हैं।
2017 के पहले 'ये' लोग कितनी तबाही मचाए हुए थे, किसी से छिपा नहीं है… pic.twitter.com/InztdDIDGR
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 4, 2024
एक सरकारी कार्यक्रम में नवनियुक्त सरकारी कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र सौंपने के दौरान योगी ने कहा, “हर किसी का हाथ बुलडोजर पर फिट नहीं बैठता। इसके लिए दिल और दिमाग दोनों की जरूरत होती है। जिसमें बुलडोजर जैसी क्षमता और संकल्प है, वही इसे चला सकता है। दंगाइयों के सामने घुटने टेकने वाले बुलडोजर के सामने टिक नहीं पाएंगे।”
बुलडोजर जैसी क्षमता, और दृढ़ प्रतिज्ञा जिसमें हो, वही बुलडोजर चला सकता है…
दंगाइयों के सामने नाक रगड़ने वाले लोग बुलडोजर के सामने वैसे ही पस्त हो जाएंगे… pic.twitter.com/ZLNo022kEr
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 4, 2024
मुख्यमंत्री योगी ने अखिलेश यादव को उनके उपनाम “टीपू” से संबोधित करते हुए भी तंज कसा। उन्होंने कहा, “टीपू अब सुल्तान बनने की कोशिश कर रहा है।”
वसूली का आरोप
योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी के शासनकाल पर निशाना साधते हुए कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में अपराध का बोलबाला था और कानून-व्यवस्था का मखौल बनाया जाता था।
पहले तो 'चाचा-भतीजे' एरिया बांटकर वसूली करते थे।
बाद में चाचा को धक्का देकर बाहर कर दिया जाता था… pic.twitter.com/py1ioTNaLe
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 4, 2024
उन्होंने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव के बीच पैसे की वसूली को लेकर होड़ मची रहती थी, और दोनों के इलाके बंटे हुए थे। योगी ने कहा, “मैं देख रहा हूं कि इस समय विभिन्न जिलों में कुछ आदमखोर भेड़िये उत्पात मचा रहे हैं। 2017 से पहले राज्य में कमोबेश यही स्थिति थी।”
इस प्रकार, बुलडोजर कार्रवाई पर मचे इस सियासी घमासान के बीच दोनों नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला लगातार जारी है, जो आने वाले दिनों में और भी तेज हो सकता है।
Author: samachar
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