कांग्रेस ने पीएम मोदी से मांगा जवाब, ट्रंप की मध्यस्थता पर उठे सवाल। जानिए पूरी खबर।”
परवेज़ अंसारी की रिपोर्ट
नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच अचानक हुए सीजफायर और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता की टिप्पणी ने देश की राजनीति में हलचल मचा दी है। इसी मुद्दे को लेकर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी जल्द ही विजय चौक पर प्रदर्शन करने वाले हैं। उन्होंने इसके लिए दिल्ली पुलिस से अनुमति मांगी है, हालांकि अब तक उन्हें अनुमति नहीं दी गई है।
इस घटनाक्रम से विपक्षी दलों में रोष व्याप्त है। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल और आम आदमी पार्टी सहित कई विपक्षी दलों ने मोदी सरकार पर अमेरिका के सामने झुकने का आरोप लगाया है। उन्होंने सवाल उठाया है कि भारत की विदेश नीति अब स्वतंत्र रूप से तय हो रही है या किसी दबाव में?
कांग्रेस का सीधा हमला: पीएम मोदी दें ट्रंप को जवाब
कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लेते हुए पूछा है कि वे डोनाल्ड ट्रंप के विवादास्पद दावों पर चुप क्यों हैं। ट्रंप ने हाल ही में दावा किया था कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य तनाव को खत्म कराने में मध्यस्थ की भूमिका निभाई है, विशेषकर पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद।
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कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने सवाल उठाया कि ट्रंप के बयान के कुछ ही मिनट बाद पीएम मोदी ने राष्ट्र को संबोधित किया, लेकिन उन्होंने इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर एक शब्द भी नहीं कहा। उन्होंने पूछा, “क्या भारत सरकार ने अमेरिकी मध्यस्थता को स्वीकार कर लिया है? क्या पाकिस्तान के साथ बातचीत के लिए किसी तटस्थ स्थान पर सहमति बन गई है?”
चिदंबरम ने ट्रंप को बताया ‘बिन बुलाए मध्यस्थ’
पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने अमेरिकी राष्ट्रपति के बयान को गंभीरता से लेते हुए कहा कि इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार को तुरंत स्पष्ट करना चाहिए कि ट्रंप के दावे में कितनी सच्चाई है। यदि भारत ने कोई सीक्रेट डिप्लोमैटिक समझौता किया है, तो विपक्ष और जनता को इसकी जानकारी दी जानी चाहिए।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर भी उठे सवाल
चिदंबरम ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारत के संभावित सैन्य नुकसान पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि सेना के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने अप्रत्यक्ष रूप से नुकसान की बात स्वीकारी है, लेकिन अब तक सरकार की ओर से कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान चाहे जो भी दावा करे, भारत को पारदर्शिता बरतनी चाहिए और सच्चाई सामने लानी चाहिए।
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भारत-पाकिस्तान सीजफायर और अमेरिका की कथित भूमिका पर राजनीतिक विवाद अब गहराता जा रहा है। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है। आने वाले दिनों में इस विषय पर संसद से लेकर सड़क तक सियासी उबाल देखने को मिल सकता है।