सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि कोई भी व्यक्ति धर्मनिरपेक्ष हो ही नहीं सकता। उन्होंने संविधान से ‘सेकुलर’ और ‘सोशलिस्ट’ शब्द हटाने की मांग की। अखिलेश यादव और इटावा की कथावाचक घटना पर भी साधा निशाना।
ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
उन्नाव। भारतीय जनता पार्टी के फायरब्रांड नेता और उन्नाव से सांसद साक्षी महाराज ने एक बार फिर विवादास्पद बयान देकर राजनीति के गलियारों में हलचल मचा दी है। अपने कैंप कार्यालय में जनता दर्शन के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि “कोई व्यक्ति धर्मनिरपेक्ष हो ही नहीं सकता, और अगर कोई ऐसा कहता है तो वह बकवास कर रहा है।”
🟦 संविधान में ‘सेकुलर’ और ‘सोशलिस्ट’ शब्द जोड़े जाना देश के साथ अन्याय
सांसद ने जोर देकर कहा कि भारतीय संविधान से ‘सेकुलर’ (धर्मनिरपेक्ष) और ‘सोशलिस्ट’ (समाजवादी) शब्दों को हटाया जाना चाहिए। उन्होंने इसे “संविधान के साथ अन्याय” और “देश के लिए पाप” करार दिया। साक्षी महाराज ने कहा,
“आंख का धर्म देखना है, कान का धर्म सुनना है, नाक का धर्म सांस लेना है, तो इंसान का भी एक स्वाभाविक धर्म होता है। जिस प्रकार अग्नि जलाना नहीं भूल सकती, उसी प्रकार मनुष्य भी अपने धर्म से विमुख नहीं हो सकता।”
🟨 धर्मनिरपेक्षता देश को बर्बाद करने के लिए जोड़ा गया शब्द
अपने विचारों को और स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा,
“मैं जब से राजनीति में नहीं था, तब से ही धर्मनिरपेक्ष शब्द का विरोध करता आया हूं। यह शब्द देश को बर्बादी की ओर ले जाने के लिए जोड़ा गया था।”
सांसद ने यह भी कहा कि धर्मनिरपेक्षता एक काल्पनिक अवधारणा है और इसे व्यवहार में लाना असंभव है।
🔴 इटावा घटना पर सख्त तेवर, अखिलेश यादव को जातिवादी राजनीति न करने की सलाह
इसी दौरान सांसद ने इटावा में कथावाचक से जुड़ी घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा,
“सपा प्रमुख और उनके समर्थक जातिवाद का जहर घोलकर राजनीति करते हैं। एक व्यक्ति एक आधार कार्ड में ब्राह्मण और दूसरे में यादव कैसे हो सकता है? क्या वह रोहिंग्या है? आतंकवादी है? जो छिपकर रह रहा है?”
साक्षी महाराज ने कथावाचक पर सवाल उठाते हुए कहा कि “भ्रमित करने की मंशा से वेश बदलना गंभीर अपराध है।”
🟩 ‘देश में जाती नहीं, गुणों से होती है पूजा’
साक्षी महाराज ने राम-रावण प्रसंग का उल्लेख करते हुए जातिवाद के खिलाफ भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा,
“रावण ब्राह्मण था और राम ठाकुर थे, मगर राम ने रावण का वध किया क्योंकि वह पापी था। क्या आज तक किसी ब्राह्मण ने रावण का पुतला फूंका? क्योंकि रावण ने सीता का हरण वेश बदलकर किया था। इस देश में पूजन जाति से नहीं, गुणों से होता है।”
🔻 राहुल गांधी पर भी बोला हमला
कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भी साक्षी महाराज ने नहीं बख्शा। उन्होंने कांग्रेस की धर्मनिरपेक्षता नीति पर तंज कसते हुए कहा कि “ऐसे दिखावे अब देश नहीं सहने वाला है।”
साक्षी महाराज के बयान एक बार फिर भारतीय राजनीति में धर्मनिरपेक्षता और जातिवाद को लेकर नई बहस छेड़ते नज़र आ रहे हैं। उनके अनुसार, भारत का मूल स्वभाव धार्मिक है और ‘सेकुलर’ तथा ‘सोशलिस्ट’ जैसे शब्द संविधान पर थोपे गए बोझ हैं।