अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों को लेकर भाजपा सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में महिलाएं सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं और अपराधियों के हौसले लगातार बुलंद होते जा रहे हैं।
मेरठ और श्रावस्ती की घटनाओं पर जताई चिंता
अखिलेश ने मेरठ में चलती कार में दो किशोरियों से गैंगरेप और श्रावस्ती में एक बालिका के अपहरण की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह फेल हो चुकी है। अब महिलाएं सड़कों पर भी सुरक्षित नहीं हैं।
‘जीरो टॉलरेंस’ सिर्फ दिखावा
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार का ‘जीरो टॉलरेंस’ का दावा सिर्फ दिखावा है। वास्तविकता में अपराधियों को सत्ता का संरक्षण मिल रहा है, जिससे कानून का डर खत्म हो गया है।
महिला सुरक्षा योजनाएं हुईं नाकाम
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार के दौरान महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर प्रयास किए गए थे। 1090 वूमेन हेल्पलाइन और डायल 100 पुलिस रिस्पॉन्स सेवा की शुरुआत उनकी सरकार की पहल थी। परंतु भाजपा ने इन सेवाओं को कमजोर कर दिया है।
‘रोमियो स्क्वाड’ पर तंज
अखिलेश ने तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री का ‘रोमियो स्क्वाड’ अब नाममात्र का रह गया है। अखबारों में रोज बेटियों के साथ दरिंदगी की खबरें आती हैं और सरकार चुपचाप बैठी रहती है।
जाति-धर्म के आधार पर कार्रवाई का आरोप
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि राज्य में कानून का इस्तेमाल जाति और धर्म देखकर किया जा रहा है। सत्ता संरक्षण प्राप्त अपराधियों पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं होती, जिससे महिलाएं और बच्चियां डरी-सहमी जिंदगी जी रही हैं।
2027 में सत्ता परिवर्तन का दावा
अखिलेश यादव ने कहा कि 2027 में जनता समाजवादी पार्टी को सत्ता में लाकर विकास और सुरक्षा की राह चुनेगी। उन्होंने भरोसा जताया कि समाजवादी सरकार ही युवाओं, किसानों और महिलाओं के भविष्य को सुरक्षित बना सकती है।
NCRB के आंकड़े भी उठा रहे सवाल
गौरतलब है कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश महिलाओं के खिलाफ अपराधों में देश के शीर्ष राज्यों में शामिल है। विपक्ष लगातार कानून व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार पर सवाल उठाता रहा है।