भारत-पाकिस्तान सीजफायर के बाद समाजवादी पार्टी नेता आईपी सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने इंदिरा गांधी की बहादुरी की मिसाल देते हुए मोदी सरकार को “कायर” तक कह डाला।
संजय कुमार वर्मा की रिपोर्ट
लखनऊ: भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में घोषित सीजफायर को लेकर राजनीतिक पारा चढ़ता जा रहा है। जहां केंद्र सरकार इसे कूटनीतिक सफलता बता रही है, वहीं विपक्ष ने इसे कमजोरी करार देते हुए निशाना साधा है। इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आईपी सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जोरदार हमला बोला है।
आईपी सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा,
“56 इंच की छाती वालों को अब चूड़ियां भेंट कर देनी चाहिए। मोदी जी ने ऐसे डायलॉग मारे थे जैसे पाकिस्तान का नामोनिशान मिटा देंगे, लेकिन हुआ कुछ नहीं। युद्ध से पहले ही हथियार डाल दिए।”
इंदिरा गांधी का उदाहरण देते हुए हमला तेज
आईपी सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की दृढ़ता की तारीफ करते हुए 1971 के भारत-पाक युद्ध की याद दिलाई। उन्होंने लिखा,
“इंदिरा गांधी ने कहा था कि हिंदुस्तान किसी से नहीं डरता, चाहे सातवां बेड़ा हो या सत्तरवां। अमेरिका ने सेना हटाने का दबाव डाला तो उन्होंने दो टूक कह दिया—भारत को कोई आदेश न दे।”
उन्होंने सीधे तौर पर मोदी सरकार को “कायर” बताते हुए कहा कि जो युद्ध से भागे, वो वीर नहीं हो सकते।
इस्तीफे की मांग और चूड़ियों की राजनीति
आईपी सिंह ने अपने पोस्ट में यहां तक कह दिया कि,
“प्रधानमंत्री मोदी केवल चुनाव लड़ सकते हैं, युद्ध उनके बस की बात नहीं। उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।”
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अब “पाक अधिकृत कश्मीर की बात चूड़ियां पहनने वाले नहीं करेंगे।”
उन्होंने अपील की कि देशभर में जहां भी भाजपा नेता, मंत्री या मुख्यमंत्री जाएं, जनता उन्हें चूड़ियां भेंट करे।
मोदी सरकार की नीतियों पर उठाए सवाल
आईपी सिंह ने सीधा आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने देश की सुरक्षा के बजाय “PR और सूट-बूट” पर ज्यादा ध्यान दिया। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय वायुसेना पिछले एक दशक से MRFA डील को फाइनल करने की मांग कर रही है, लेकिन सरकार ने इसे नजरअंदाज किया।
उन्होंने कहा,
“काश देश की कमान किसी वीर के हाथों में होती, तो आज सीजफायर की नौबत नहीं आती। पाकिस्तान, जो उत्तर प्रदेश से छोटा और आर्थिक रूप से दिवालिया है, उसके सामने झुक जाना भारत के लिए शर्मनाक है।”
भारत-पाकिस्तान सीजफायर के मुद्दे पर सियासी घमासान तेज हो गया है। विपक्ष जहां मोदी सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा, वहीं भाजपा के लिए इस आलोचना का जवाब देना आसान नहीं होगा। आने वाले दिनों में यह मुद्दा राजनीतिक विमर्श का केंद्र बना रह सकता है।