इरफान अली लारी की रिपोर्ट
कानपुर में एक गंभीर और हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां कल्याणपुर इलाके की एक दलित महिला ने पुलिस कमिश्नर को शिकायत पत्र सौंपा है, जिसमें उन्होंने कल्याणपुर थाने के थाना प्रभारी, नवशील धाम चौकी के इंचार्ज और दो अन्य दरोगाओं पर आरोप लगाया है कि उन्होंने उसके बेटे को रातभर बेरहमी से पीटा और उसे जूते में पानी पिलाया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अब इस मामले की जांच एसीपी कल्याणपुर खुद कर रहे हैं।
महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि उसका बेटा एक ई-रिक्शा चालक है और उसके साथ एक पड़ोसी युवक भी इसी काम से जुड़ा हुआ है।
17 अगस्त को सवारी बिठाने को लेकर उसके बेटे और उस पड़ोसी युवक के बीच विवाद हुआ, जिसके बाद उनमें मारपीट हो गई। इस मामले की शिकायत लेकर महिला का बेटा नवशील धाम चौकी गया, लेकिन थोड़ी देर बाद पड़ोसी युवक भी वहां पहुंच गया।
महिला का आरोप है कि जब दोनों युवक चौकी में पहुंचे तो वहां मौजूद चौकी इंचार्ज और दो दरोगा शराब के नशे में थे। जैसे ही महिला के बेटे ने समझौते की बात की, तो उन पुलिसकर्मियों ने उसे जातिसूचक शब्द कहते हुए मारना शुरू कर दिया।
महिला ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने उनसे 10 हजार रुपये की मांग भी की, और जब वह चौकी पहुंचीं तो उनके साथ भी अभद्रता की गई।
महिला के अनुसार, रात के करीब डेढ़ बजे पुलिसकर्मी उसके बेटे और उस पड़ोसी युवक को कल्याणपुर थाने ले गए। आरोप है कि वहां के थाना प्रभारी ने उन्हें थाने के पीछे ले जाकर गालियां दीं और दोनों को फिर से पीटा।
महिला ने आरोप लगाया कि उसके बेटे को जूते में पानी पिलाया गया। पुलिस ने दोनों युवकों का वीडियो बनाते हुए कहा कि चोटें उनकी आपसी मारपीट के कारण लगी हैं। अगले दिन दोनों पर धारा 151 के तहत कार्रवाई कर उन्हें छोड़ दिया गया।
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए एसीपी कल्याणपुर अभिषेक पाण्डेय ने बताया कि शिकायत प्राप्त हुई है और वे स्वयं इस मामले की जांच कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों और पीड़ित पक्ष को बुलाकर बयान दर्ज किए जाएंगे और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
Author: samachar
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