अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के बाद अब दस विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं। इन सीटों पर उपचुनाव के लिए विभिन्न सियासी दलों ने अपनी-अपनी रणनीतियां बनानी शुरू कर दी हैं। इस संदर्भ में उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने महत्वपूर्ण बयान दिया है।
अजय राय ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने उपचुनाव के लिए पांच सीटों पर अपना दावा पेश किया है, जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) ने भी पांच सीटों पर लड़ाई की तैयारी की है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि सपा उन पांच सीटों पर पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगी, जहां सपा के सांसद लोकसभा चुनाव में चुने गए थे। इसके साथ ही, कांग्रेस पार्टी ने उन पांच सीटों पर दावा किया है, जो भाजपा और उसके सहयोगी दलों के पास हैं। हालांकि, अंतिम निर्णय पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को लेना है कि कितनी सीटों पर चुनाव लड़ा जाए और कितनी सीटों पर नहीं।
अजय राय ने यह भी कहा कि भाजपा के गठबंधन की जिन पांच सीटों पर कांग्रेस ने दावा किया है, उनका प्रस्ताव केंद्रीय नेतृत्व को भेजा गया है। कांग्रेस पार्टी किसी भी निर्णय को मानते हुए उसके साथ खड़ी रहेगी।
उपचुनाव के लिए जिन दस विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है, उनमें फूलपुर, खैर, गाजियाबाद, मझवां, मीरापुर, मिल्कीपुर, करहल, कटेहरी और कुंदरकी शामिल हैं। ये सीटें लोकसभा चुनाव के बाद खाली हुई हैं क्योंकि इन क्षेत्रों के विधायक लोकसभा पहुंच गए हैं।
दसवीं सीट सीसामऊ की है, जो समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी की सदस्यता रद्द होने के कारण खाली हुई है। फिलहाल उपचुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन सभी दल अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं।